उपचुनाव से पहले भाजपा को झटका देने की तैयारी में कमलनाथ


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। मध्य प्रदेश में चुनावी समर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने खेमें में लाकर कमलनाथ का तख्ता पलटने के बाद शिवराज सिंह चौहान गद्दी पर बैठ चुके हैं। मगर कमलनाथ भी इतनी आसानी से सियासी बाजी में हार मानने को तैयार नहीं हैं। उपचुनाव सर पर हैं और कमलनाथ के बयानों ने भाजपा के खेमे में खलबली मचाई हुई है।



24 सीटों पर होंगे उप चुनाव
मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। सियासी घमासान के लिए भाजपा और कांग्रेस अपनी कमर कस चुके हैं। मगर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 6 पूर्व विधायकों से संपर्क का दावा करके भाजपा के सियासतदानों की नींदें उड़ा दी हैं। हालांकि जवाबी हमले में भाजपा ने कमलनाथ को खुद अपना घर बचाने की सलाह दे डाली है।



भाजपा में भितरघात के बादल
मगर अंदरखाने पार्टी के वरिष्ठ नेता इस भितरघात से आशंकित हैं। अभी तक इस उपचुनाव में सिंधिया के साथियों को तरजीह देने का ऐलान किया गया है। यहां तक कि 24 में से 22 टिकट इन्हीं कांग्रेस के बागियों को दिए जाने की चर्चा जोरों पर है। मगर अब भाजपा को अपनी ही पार्टी के बागियों की ओर से डर सता रहा है।


बयानाबाजी से भाजपा में छाया संकट
कमलनाथ ने भाजपा को परेशान करने के लिए एक के बाद एक बयानबाजी करना शुरु कर दिया है। हाल ही में पूर्व सीएम ने दावा किया कि भाजपा की अंतरकलह उसे एमपी में ले डूबेगी। भाजपा को अभी सूबे में काफी कुछ झेलना पड़ेगा। मगर  जवाब देते हुए भाजपा उपाध्यक्ष रामेश्वर वर्मा ने उल्टा आरोप लगाया कि कमलनाथ के इन्हीं मुगालतों से आजिज आकर कांग्रेस के 22 विधायकों ने भाजपा का दामन थामा था।


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