कलेक्टर कार्यालय और कमिश्नर कार्यालय जबलपुर का पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयन

                                           


जबलपुर। कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी के व्ही.सी. रूम में कलेक्टर कार्यालय के 70 अधिकारियों-कर्मचारियों को ई-आफिस प्रणाली पर अंतिम दौर का प्रशिक्षण दिया गया। जिला सूचना अधिकारी आशीष शुक्ला के मुताबिक ई-आफिस प्रणाली के तहत प्रदेश भर से केवल जबलपुर स्थित कलेक्टर कार्यालय और कमिश्नर कार्यालय का पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयन किया गया है। यहां सफल क्रियान्वयन के बाद इसे अन्य जिलों या कार्यालयों में लागू किया जायेगा। श्री शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जबलपुर के अपने 3 मार्च के प्रस्तावित प्रवास के दौरान कमिश्नर कार्यालय और कलेक्टर कार्यालय में ई-आफिस प्रणाली का शुंभारंभ भी कर सकते हैं ।


     दो समूह में कलेक्ट्रेट के अधिकारियों-कर्मचारियों के अंतिम दौर के प्रशिक्षण के बारे में श्री शुक्ला ने बताया कि प्रशिक्षण में कलेक्ट्रेट स्थित सभी विभागों के प्रभारी अधिकारियों को लाइव क्रिडेंसियल उपलब्ध कराये गये हैं और उन्हें हर एक पहलू पर गहन और व्यावहारिक जानकारी दी गई उन्होंने बताया कि ई-आफिस प्रणाली लागू हो जाने के बाद सरकारी कामकाज में और निर्णय लेने में गति आयेगी। कोई भी फाइल या दस्तावेज कुछ ही पल में उचित निर्णय अथवा आवश्यक कार्यवाही के लिए संबंधित अधिकारी या कार्यालय को इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसफर किये जा सकेंगे।जिला सूचना अधिकारी ने बताया ई-आफिस प्रणाली से कलेक्टर-कमिश्नर से लेकर मुख्य सचिव स्तर तक फाइलों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग की जा सकेगी और यह भी पता लगाया जा सकेगा कि कौन-सी या किस प्रकरण की फाइल कहां और कितने समय से लंबित है।


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