कमलनाथ की सरकार तो गई, मगर शिवराज सिंह की ताजपोशी की राह अभी आसान नहीं


नई दिल्ली। मध्यप्रदेश से कमलनाथ की सरकार तो गई, मगर शिवराज सिंह चौहान की ताजपोशी की राह अभी आसान नहीं 15 महीने की कांग्रेस सरकार बस कुछ ही देर की मेहमान है। मुख्यमंत्री कमलनाथ मीडिया के सामने इस्तीफे का ऐलान कर चुके हैं। मगर शिवराज सिंह चौहान का वनवास 15 महीने का वनवास अब खत्म होने जा रहा है ये अभी कहा नहीं जा सकता। कमलनाथ के हटने के बाद सीएम की कुर्सी की दौड़ में शिवराज सिंह चौहान के अलावा नरोत्तम मिश्रा भी बने हुए हैं।


शिवराज के चुने जाने की ब्रेकिंग का पुरजोर खंडन किया
मीडिया के सामने शिवराज सिंह चौहान को विधायक दल के नेता बनाए जाने की ब्रेकिंग खबर का पुरजोर खंडन करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने दावा किया कि अभी तक पार्टी ने इस बारे में कोई फैसला नहीं किया है। लगभग कई मंच से पहले भी नरोत्तम मिश्रा ने सीएम कुर्सी के लिए अंतिम फैसला के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मोहर लगने का इंतजार करने की बात कही है।


भाजपा पर ठीकरा फोड़ने की जगह अपनी पार्टी में झांकें कमलनाथ
सीएम कमलनाथ की पत्रकार वार्ता पर प्रतिक्रिया देते हुए नरोत्तम मिश्रा ने दो टूक कहा कि उन्हीं की पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह की मुखालफत के कारण उनकी सरकार गिर रही है और वो भाजपा के खिलाफ साजिश का ठीकरा फोड़ रहे हैं। मगर सीएम के तौर पर विधायक दल के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चुने जाने की ब्रेकिंग खबर का पुरजोर विरोध करते हुए मिश्रा ने कहा कि ये पूरी तरह अफवाह है।


पार्टी के हाईकमान ने नहीं जारी किया कोई आदेश
उन्होंने कहा कि अभी तक इस बारे में पार्टी हाईकमान ने कोई आदेश जारी नहीं किया है। अलबत्ता उन्होंने दावा किया कि जिस भी नाम पर भाजपा अध्यक्ष की मोहर लग जाएगी उसी की ताजपोशी की जाएगी। उसे उनका गुट भी बिना किसी रोक-टोक के समर्थन देगा।


ये राह नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिए...
नरोत्तम मिश्रा के इस बयान के बाद शिवराज सिंह चौहान की ताजपोशी की राह इतनी आसान नहीं लग रही है। हो सकता है कि सियासत की इस कहानी में अभी कई और ट्विस्ट आने बाकी हैं। मगर फिलहाल सत्ता के गलियारों से कांग्रेस की विदाई तय हो चुकी है। राज्यपाल ने सीएम कमलनाथ को मिलने के लिए एक बजे का वक्त दिया है।


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