कोरोना वायरस: नेपाल-भारत सीमा सील, लौटाए गए सैकड़ों विदेशी


नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे को देख हुए शुक्रवार को नेपाल (Nepal) के रास्ते भारत आने वाले विदेशी पर्टकों को लौटा दिया। दुनिया भर में कहर ढ़ाह रहे कोरोना वायरस अब तक 113 से अधिक देशों में फैल चुका है। इसके खतरे से निपटने के लिए सभी देश सतर्कता बढ़ा रहे हैं। पिछले दो दिन में एक हजार से ज्यादा विदेशी लौटाए गए हैं। इसे लेकर शुक्रवार को कमिश्नर जयंत नार्लिकर, डीआईजी राजेश डी मोदक की मौजूदगी में बैठक भी हुई। 


नेपाल-भारत बॉर्डर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टरों की टीम लगाई गई है। ये डॉक्टर सभी भारतीयों और नेपाली नागरिकों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं। भारत से नेपाल जाने वालों पर रोक नहीं है लेकिन नेपाल से भारत किसी विदेशी को नहीं आने दिया जा रहा है। 


इससे पहले नेपाल सरकार ने इस विषाणु के संभावित प्रसार को थामने के लिए भारत के साथ लगती सीमा पर स्वास्थ्य डेस्क  स्थापित करने की घोषणा की थी। 


नेपाल ने 37 जगहों पर तैनात किये स्वास्थ्य टीम
इस बाबत नेपाल के अधिकारियों ने बताया कि इसके तहत सरकार ने सीमा पर 37 मार्गों पर स्वास्थ्य टीमें भी तैनात की है। स्वास्थ्य र्किमयों के साथ सुरक्षाकर्मी भी लगाये गये हैं।  नेपाल में अबतक कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया है और उसका पहले ही उपचार हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि यहां त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वास्थ्य जांच तेज कर दिया गया है।


भारत में दूसरी मौत
बता दें कि भारत में इस वायरस की वजह से अब दूसरी मौत दिल्ली में 68 वर्षीय एक महिला की हो गई है। इससे पहले पहली मौत कर्नाटक में देखने को मिली थी। वहीं 82 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। इसके बाद देश के सभी राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली में मौत की पुष्टि की।


अधिकारियों ने बताया कि महिला की मौत एक से ज्यादा बीमारियों (मधुमेह और उच्च रक्तचाप) की वजह से हुई है। हालांकि, उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि भी हुई है। उन्होंने बताया कि महिला राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती थी। 


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