कोरोना वायरस: साफ कपड़ा लपेटें, सर्तकता बरतें


जबलपुर। देश भर में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस के संक्रमण से जागरूकता, सर्तकता और सावधानी से ही बचा जा सकता है। कोरोना वायरस का आकार 400 माइक्रॉन का है। इससे बचने के लिए साफ सूती कपड़े को मास्क की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। सैनिटाइजर का प्रयोग करें।


यह जानकारी शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर हुई बैठक में दी गई। कलेक्टर भरत यादव ने कोरोना से बचाव के लिए नागरिकों में इसी तरह की जनजागरूकता लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में मौजूद चिकित्सा, नगर निगम, शिक्षा विभाग के अधिकारियों अलावा निजी अस्पताल, एसोसिएशन ,नर्सिंग होम एसोसिएशन के पदाधिकारियों को कोरोना को लेकर केंद्र स्तर पर जारी एडवायजरी का सख्ती से पालन करने कहा। बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित सिंह, जिला पंचायत सीईओ प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर व प्रभारी निगमायुक्त संदीप जीआर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मनीष मिश्रा मौजूद थे।


सामूहिक आयोजन के लिए लेनी होगी अनुमति :


कलेक्टर ने बताया कि एहतियात के तौर पर सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजनों पर रोक लगा दी गई है। बड़े पैमाने पर आयोजित किए जाने वाले सामूहिक कार्यक्रमों के लिए स्वास्थ्य विभाग की अनुमति लेनी होगी। राज्य शासन द्वारा पब्लिक हेल्थ एक्ट 1972 के तहत ऐसे कार्यक्रमों के अनुमति देने और बिना अनुमति के आयोजन करने पर अवैधानिक घोषित करने के अधिकार मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं सिविल सर्जन को दे दिए गए हैं। यदि मनाही के बाद भी कार्यक्रम किया और संदेहास्पद मरीज मिला तो आयोजकों के विरूद्घ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।


नहीं होंगे वार्षिक उत्सव,खेल प्रतियोगिता :


कलेक्टर ने शैक्षणिक संस्थाओं में सावधानी बरतने के लिए परीक्षाओं को छोड़कर वार्षिक उत्सव, सोशल गेदरिंग और क्रीड़ा प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों को निरस्त करने के निर्देश दिए। बैनर,पोस्टर के माध्यम से जागरुकता लाने और सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों का तुरंत खंडन किए जाने की जरूरत बताई।


सर्दी,खांसी वालों के लिए बनाओ अलग ओपीडी :


- कलेक्टर ने कोरोना वायरस के संदेहास्पद और पॉजीटिव मरीजों के लिए मेडिकल कॉलेज और जिला चिकित्सालय की तरह निजी अस्पतालों में भी अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए।


- सभी शासकीय और निजी अस्पतालों में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों के लिए अलग ओपीडी और पंजीयन के लिए अलग से काउंटर बनाने कहा।


- मास्क और हैंड सैनिटाइजर की कालाबाजारी रोकने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए।


- डुमना एयरपोर्ट की तरह रेल्वे स्टेशन और अन्तरराज्यीय बस स्टैंड पर भी संदेहास्पद यात्रियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाए ।


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