नहीं चेते तो भारत की आधी से अधिक आबादी तक पहुंच सकता है कोरोना




नई दिल्‍ली। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब दुनिया की निगाहें भारत की ओर टिकी हैं। यही वजह है कि सजगता और चैतन्यता की अपील प्रधानमंत्री तक कर रहे हैं। इसकी कई वजहें हैं। दुनियाभर की तमाम स्टडीज ने कोरोना की रोकथाम के लिए भारत के उठाए गए कदमों की सराहना की है, लेकिन तीसरे चरण को काफी गंभीर माना जा रहा है। वाशिंगटन स्थित एक शोध केंद्र ने आशंका जताई है कि भारत की आधी से अधिक आबादी तक कोरोना का संक्रमण पहुंच सकता है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि इसमें अधिकतर को सामान्य संक्रमण ही होने की आशंका है जो आसानी से ठीक हो जाए लेकिन, सजगता और खुद को क्वारंटाइन करने से इस स्थिति को भी रोका जा सकता है।


प्रकोप का व्यापक फैलाव संभव


अमेरिका की प्रिंस्टेन यूनिवर्सिटी के लेक्चरर और वाशिंगटन स्थित सेंटर फॉर डिसीज डायनामिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी के निदेशक रामानन लक्ष्मीनारायण ने एक हालिया इंटरव्यू में कहा कि खुद अमेरिका का आकलन है कि उनकी जनसंख्या की 20 से 60 फीसद तक की आबादी इस वायरस की चपेट में आ सकती है। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि भारत में भी यह आंकड़ा इसी के आसपास पहुंच सकता है। वे यह भी कहते हैं कि भारत सरकार इस भयावहता को समझती है। वह जानती है कि कोराना भारत में अभी गंभीर चरण में नहीं है। सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने स्कूल, कॉलेज, सिनेमा, मल्टीप्लेक्स बंद कर दिया है। वो कहते हैं कि 17 मार्च तक के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अभी 12 हजार से भी कम जांचें की गई हैं, अधिक से अधिक जांच हो तो आंकड़ा बढ़ सकता है।


आयुवार संक्रमण दर (फीसद में)


उम्र,     द. कोरिया,     इटली


0-9,      0.8,              0.5


10-19,  5.0,             1.1


20-29,  29.9,            3.7


30-39,  10.7,            5.9


40-49,  13.7,           11.1


50-59,  18.9,           18.1


60-69,  12.3,           18.3


70-79, 5.7,              22.2


80 से ऊपर, 3.0,       19.1



यह भी जानना है जरूरी


- डब्ल्यूएचओ ने 23 जनवरी को माना था कि कोरोना का मरीज ढाई लोगों को संक्रमित करता है


- अन्य शोध और अध्ययन ने फरवरी के अंत तक संक्रमण की दर 4 तक बढ़ने की बात कही


- सार्स जैसे वायरस के मरीज की संक्रमण दर 2 व्यक्ति थी। यानी एक मरीज ने दो को संक्रमित किया था।


- औसतन सामान्य फ्लू का एक मरीज 1.3 लोगों को संक्रमित करता है


युवाओं में संक्रमण ज्यादा


ज्यादातर लोगों में यह भ्रम है कि यह वायरस ज्यादा उम्र वालों को ही निशाना बना रहा है। दक्षिण कोरिया ने आबादी के बहुत बड़े हिस्से की रैंडम जांच कराई जिसमें एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। लगभग 30 फीसद कोरोना संक्रमित 20 से 29 वर्ष के बीच वाले थे। हालांकि मृत्यु दर बुजुर्गों की ही यहां भी ज्यादा थी। इस आधार पर यह मान लेना कि कोराना युवाओं या स्वस्थ लोगों को प्रभावित नहीं करता, गलत साबित हुआ। हालांकि इसका सुखद पहलू यह रहा कि युवकों की मौत का प्रतिशत यहां भी नगण्य था, जबकि सबसे अधिक मृत्यु दर 80 से अधिक उम्र वालों की ही रही।


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