CBSE: 9वीं से 12वीं तक के सिलेबस में बदलाव संभव?

 


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता। CBSE: कोरोना वायरस (कोविड-19) से फैली महामारी और बचाव के लिए लगे लॉक डाउन के कारण प्रभावित हुए सभी शैक्षणिक कार्यों को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानि सीबीएसई अगले शैक्षणिक सत्र में 9वीं से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के लिए निर्धारित सिलेबस में बदलाव कर सकता है।


वहीं, सीबीएसई के एक ऑफिशियल से बातचीत पर आधारित एक रिपोर्ट के अनुसार महामारी से हुए शैक्षणिक समय के नुकसान को देखते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् यानि एनसीईआरटी इन कक्षाओं के लिए पूरे करिक्यूलम में कमी कर सकता है जैसा कि परिषद् ने पहली से लेकर आठवीं तक की कक्षाओं के लिए किया है।


एजेंसी की खबर के अनुसार सीबीएसई बोर्ड द्वारा पूरे देश में उत्पन्न हुई वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन किया जा रहा है और संभावना है कि इसके आधार पर हुए समय के नुकसान में अनुरूप ही किसी भी प्रकार का निर्णय लिया जा सकता है।


बता दें कि महामारी के चलते उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनजर ही बोर्ड ने 9वीं और 11वीं कक्षाओं के छात्रों को अगली कक्षा मे प्रोन्नत करने की घोषणा की थी। इन छात्रों को इंटर्नल एसेसमेंट के आधार प्रोन्नत किया जाना है जिसमें स्कूलों द्वारा कक्षाओं के दौरान छात्रों के लिए कराये गये प्रोजेक्ट वर्क, क्लास टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि शामिल हैं।


बोर्ड के इस निर्णय के चलते कई स्कूलों में 10वीं की कक्षाओं का ऑनलाइन मोड से आयोजन भी किया जा रहा है।


जबकि इससे पूर्व सीबीएसई ने कक्षा 1 से 8 तक छात्रों के अगली कक्षा में प्रोन्नत करने की घोषणा की थी। इन कक्षाओं के लिए ऑनलाइन क्लासेस और काउंसलिंग शुरु हो चुके हैं। बोर्ड के ऑफिशियल के अनुसार इन कक्षाओं के लिए एनसीईआरटी ने शैक्षणिक कार्यों के लिए संशोधित कैलेंडर बना लिया है और 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए सिलेबस में बदलाव के बारे में जल्द ही जानकारी दी जा सकती है।


वहीं, सीबीएसई ने स्कूलों की सम्बद्धता की अवधि के विस्तार के लिए स्कूलों से आवेदन की तिथि को 31 मार्च से बढ़ाकर 30 अप्रैल 2020 कर दिया था। लेकिन लॉक डाउन के 3 मई तक विस्तारित किये जाने के कारण संभव है कि बोर्ड द्वारा स्कूलों की सम्बद्धता को एक वर्ष के लिए स्वत: ही बढ़ाने का निर्णय लिया जाए।


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