कमल हासन : कोरोना लॉकडाउन नोटबंदी से बड़ी गलती, लिखा पीएम मोदी को पत्र 


नई दिल्ली/ अक्षर सत्ता। अभिनेता से नेता कमल हासन ने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लॉकडाउन के कदम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की है। इसके लिए उन्होंने बाकायदा पीएम मोदी की खुला खत लिखा है। कमल हासन ने लॉकडाउन को नोटबंदी से ज्यादा असफल कदम करार दिया है। हासन का मानना है कि कोरोना लॉकडाउन आम लोगों के लिए घातक साबित हो रहा है।


अपने पत्र में कमल हासन लिखते हैं, 'मैंने आपको (पीएम मोदी) पहला खत 23 मार्च 2020 को लिखा था। इसमें सरकार से गुजारिश की गई थी कि समाज के कमजोर वर्ग की अनदेखी नहीं की जाए। लेकिन अगले ही दिन पूरे देश में एक कठोर लॉकडाउन फौरन लागू कर दिया गया, बिल्कुल नोटबंदी की तर्ज पर। मैं हैरान रह गया लेकिन आप मेरे इलेक्टेड लीडर हैं, इसलिए आप पर यकीन किया। नोटबंदी के वक्त भी ऐसा किया था, लेकिन वक्त ने सिद्ध कर दिया कि मैं गलत था और आप भी।'


राजनीतिक पार्टी मक्‍क्‍ल निधि मयैम के संस्‍थापक क‍मल हासन आगे लिखते हैं कि पीएम मोदी जैसा विश्व में कोई ऐसा लीडर नहीं, जो इतना विशाल जनसमर्थन हासिल करने वाला हो। विरोधी भी इस वक्त तालियां बजा रहे हैं। लेकिन, मुझे डर है कि वही नोटबंदी वाली गलती फिर से बड़े पैमाने पर की जा रही है। 


हासन का यह भी कहना है, 'आप अमीर लोगों से कहते हैं कि बालकनी में खड़े होकर तेल के दीये जलाएं। वहीं, गरीब इंसान के सिर पर छत भी नहीं है, उसके पास इतना भी तेल नहीं है कि एक वक्‍त की रोटी भी सेंक सके। आपने अपने राष्‍ट्र के नाम दो संबोधनों में लोगों को शांत करने का प्रयास किया, जो ऐसे वक्त में जरूरी भी है। लेकिन यह तरीका मनोवैज्ञानिक तरीके से अमीर संपन्न देशों में ही फिट हो सकते हैं।


लंबी चिट्ठी में नाखुशी जताते हुए हासन लिखते हैं, 'जब भी हालत ठीक होते हैं, आप चुनावी अंदाज में कोई कैंपेन चला देते हैं। मैं पेरियार और गांधी का अनुसरण करने वाला हूं और मुझे मालूम है कि वे बुद्धिजीवी चिंतक थे। भले ही बुद्धिजीवी शब्‍द आपको अच्‍छा नहीं लगे। लेकिन यही विवेकशीलता हमें समानता सही राह चुनने में सहायक होता है। '


कमल हासन : कोरोना लॉकडाउन नोटबंदी से बड़ी गलती, लिखा पीएम मोदी को पत्र 


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