कोरोना संक्रमण: जापानी मशीनों से सैनिटाइजेशन, कीटाणु और वायरस का पूरी तरह से हो रहा खात्मा


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता। दिल्ली में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने जापानी मशीनों से रेड और ऑरेंज जोन में सैनिटाइजेशन अभियान शुरू कर दिया। इसकी शुरुआत राजेंद्र नगर विधानसभा से 3 जापानी मशीनों से पूरी एरिया को सैनिटाइज कर किया गया। इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया इसको लेकर काफी उत्साहित हैं। सिसोदिया तो अपने इलाके में खुद ही सैनिटाइजेशन का मुयाना कर रहे हैं।



सरकार रेड जोन को पहले  प्राथमिकता देगी और इसके बाद ऑरेंज जोन को सैनिटाइज किया जाएगा। बता दें कि जापानी मशीनों से केमिकल का छिड़काव करने पर कीटाणु और वायरस का खात्मा हो जाता है।  जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन राघव चड्ढा ने कहा कि चिन्हित रेड और ऑरेंज जोन में सैनिटाइजेशन का अभियान शुरू कर दिया गया है। पहले दिन पायलट प्रोजेक्ट के तहत तीन जापानी मशीनों की मदद से राजेंद्र नगर विधानसभा को सैनिटाइज किया गया। डीजेबी के उपाध्यक्ष ने कहा कि विशेषज्ञों ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत जापानी मशीनों से किए गए सैनिटाइजेशन का आकलन किया है। जिसमें यह मशीनें काफी उपयुक्त पाई गई हैं। इन मशीनों से सैनिटाइजेशन करने से कीटाणु और वायरस का पूरी तरह से खात्मा हो रहा है। 


लिहाजा, पूरी दिल्ली में इन मशीनों को सैनिटाइजेशन के लिए उतारने का फैसला लिया गया है। इसके तहत पूरी दिल्ली में जापानी तकनीक वाली मशीनें सैनिटाइजेशन के लिए इस्तेमाल की जा रही हैं। खासकर रेड और ऑरेंज जोन, यानि वे इलाके, जिन्हें कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है, जो हॉटस्पॉट बनाए गए हैं, जहां संक्रमण फैल रहा है या संक्रमण फैलने की आशंका है। उन इलाकों में इन जापानी मशीनों को उतारकर सैनिटाइजेशन किया जाएगा। पूरे एरिया को कीटाणु और वायरस मुक्त किया जाएगा। यह विशेष तरह की मशीन हैं, जो केमिकल स्प्रे के लिए ही इस्तेमाल की जाती हैं। जब इनके पंख खुलते हैं, तो यह बड़ी हो जाती हैं और पंख बंद होते हैं, तो यह छोटी हो जाती हैं। इसलिए यह चौड़ी गलियों के साथ तंग गलियों में भी प्रवेश कर जाती हैं


 
10 जापानी और 50 जल बोर्ड की मशीनों से किया जाएगा सैनिटाइजेशन


राघव चड्ढा ने कहा कि यह मशीनें खाद या केमिकल का छिड़काव करने में इस्तेमाल की जाती हैं। इसलिए सैनिटाइजेशन के लिए पूरी तरह से उपयुक्त हैं। यह मशीनें डब्ल्यूएचओ के मानदंडों के मुताबिक ही केमिकल के मिश्रण को उस हिसाब से छिड़काव करती हैं कि सड़क से पूरी तरह से कीटाणु व वायरस का खात्मा हो जाता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता रेड जोन है।



अभी इन मशीनों का पायलट प्रोजेक्ट के तहत अभ्यास किए गए हैं। पायलट प्रोजेक्ट करके देख गया है कि किस तरह से यह मशीनें प्रभावशाली हैं। कितने वायरस व कीटाणुओं को मार पा रही है और इसके इस्तेमाल से कहीं कोई नुकसान तो नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के साथ इसका आकलन करने के बाद हम इस फैसले पर पहुंचे हैं कि इन मशीनों को जल्द से जल्द सभी रेड और ऑरेंज जोन में उतार देना चाहिए। 


बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना वायरस के मद्देनजर रविवार को चिंहित रेड और ऑरेंज जोन में बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन अभियान की शुरूआत करने की घोषणा की थी। एक मशीन एक घंटे में 20 हजार वर्ग मीटर को सैनिटाइज करती है। इसके अलावा दिल्ली जल बोर्ड की 50 मशीनें भी सैनिटाइजेशन में इस्तेमाल की जाएंगी। कुल 60 मशीनों की मदद से दिल्ली के रेड और ऑरेंज जोन में बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन अभियान की शुरूआत की गई है।


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