कोरोना वैक्सीन बनाने के करीब पहुंच चुका है चीन


नई दिल्ली/ अक्षर सत्ता। दुनिया भर में कोरोना के खिलाफ मेडिकल जंग भी जोर-शोर से लड़ी जा रही है। मगर चीन की जिन प्रयोगशालाओं में कोरोना का वायरस पनपा है उन्हीं में जल्दी ही कोरोना का वैक्सीन भी बन सकता है। सॉफ्टवेयर की भाषा में कहें तो चीन अपने ही बग को क्रैक करने वाला है।


जीत के काफी करीब पहुंच चुका है चीन
फिलहाल दुनिया के 39 देश इस वैक्सीन को बनाने की कतार में खड़े हैं और चीन इस दौड़ में जीत के काफी करीब होने का दावा कर रहा है। ब्रिटेन की फिनबोल्ड डॉट कॉम ने दावा किया कि सफलता के बेहद नजदीक पहुंच चुके देशों में चीन पहले और अमेरिका दूसरे नंबर पर चल रहे हैं। फिनबोल्ट ने सारे आंकड़े जारी करते हुए बताया कि चीन में सबसे ज्यादा 60 शोध किए जा रहे हैं। अमेरिका में इस बाबत 49 शोध चल रहे हैं। बाकी देश इन दोनों से फिलहाल काफी पीछे चल रहे हैं।


अमेरिका और चीन से बहुत पीछे चल रहे हैं बाकी देश
फिनबोल्ट के सह संस्थापक इडास केव ने बताया कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश जैसे इटली या स्पेन इस शोध में काफी पीछे चल रहे हैं। दीगर बात है कि कोरोना को लेकर पूरी दुनिया में चीन की भूमिका को संदिग्ध तौर पर देखा जा रहा है। सोशल मीडिया में दुनिया भर में चीन को इस वायरस का जनक माना जा रहा है। इसलिए अगर चीन कोरोना का वैक्सीन बनाने में सफल हो जाता है तो भी लोग उस पर यकीन करने वाले नहीं हैं।


दुनिया भर से चीन को सुनने को मिल रही हैं बुराईयां
आरोप लगाए जा रहे  हैं कि चीन की लैब में ही वायरस तैयार किया गया था इसलिए उन्हें इसका तोड़ पहले से ही पता होगा। दुनिया के बाजार में इस दवाई की मांग को बेतहाशा बढ़ने का इंतजार किया जा रहा है। जब भारत- पाकिस्तान सरीखे सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देश भी कोरोना से पूरी तरह पीड़ित हो जाएंगे तभी चीन अपने वैक्सीन को महंगे दामों में बेचना शुरु करेगा।


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