लॉकडाउन: घर नहीं आ पाई पत्नी, याद आने पर युवक ने की आत्महत्या


नई दिल्ली/ अक्षर सत्ता। देश में कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन के कारण जो जिस राज्य और क्षेत्र में है, वे वही रहने को मजबूर है। ऐसे में यूपी के गोंडा में एक युवक ने अपनी पत्नी की याद आने पर फांसी से लटक कर जान दे दी। बताया जा रहा है कि लॉक डाउन के कारण पत्नी मायके में फंसी हुई थी और युवक को रह रहकर अपनी पत्नी की याद आ रही थी वह पत्नी से मिल नहीं पा रहा था इसके चलते उसने ऐसा घातक कदम उठाया। इस मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है।


पुलिस ने मामले को देखते हुए जानकारी दी कि मृतक की पहचान राकेश सोनी, 32 साल उम्र के युवक के रूप में हुई है। इंस्पेक्टर आलोक राव ने बताया कि घटना गोंडा के राधाकुंड इलाके की है, जहां राकेश की पत्नी सोनी लॉक डाउन घोषित होने से पहले ही किसी काम से अपने मायके चली गई थी। इसी बीच 25 मार्च से कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉक डाउन की घोषणा हो गई, जिसके बाद सोनी मायके में ही रह गई।


इंस्पेक्टर का कहना है कि पत्नी के वापस ना आने से राकेश काफी परेशान रहता था और अपनी पत्नी को काफी याद करता रहता था। लेकिन सहन न कर पाने की स्थिति में उसने बुधवार को सीलिंग फैन से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके साथ यह बताया जा रहा है कि राकेश गोंडा में अकेला रहता था।


काम से परेशान होकर आत्महत्या
बता दें कि देश में लॉक डाउन के चलते  महिला अधिकारी ने अपने आवास पर आत्महत्या कर ली थी। अधिकारी के परिवार के सदस्यों ने बताया कि कोविड-19 संकट के मद्देनजर ज्यादा काम होने से वह परेशान थी और उन्हें इस बीमारी से संक्रमण का डर था। पुलिस अधीक्षक तुम्मे एमो ने बताया कि पापुम पारे ने में आपदा प्रबंधन अधिकारी शेरिंग युंगजोम जिनकी उम्र महज 38 साल थी, ने जिला उपायुक्त को संबोधित अधूरा इस्तीफा लिखा और बाथरूम में फांसी लगा ली।


काम का असर मानसिक स्वास्थ्य पर
एसपी ने कहा कि यह पत्र उनके कमरे में एक टेबल पर पाया गया। परिवार के सदस्यों ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण बढ़े काम और तनाव का असर उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा था। जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली। 


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