लॉकडाउन इफेक्ट: रियल एस्टेट में आएगी जबरदस्त मंदी, घर होंगे सस्ते


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता। कोरोना संकट के कारण देश की आर्थिक गतिविधियां पहले से ही बंद हैं और अब आगे भी 3 मई तक बंद रहने वाली हैं। इस दौरान देश के रियल एस्टेट सेक्टर को बड़ा नुकसान हुआ है और आगे भी इसके उबरने में काफी लंबा समय लगेगा।


जानकारों की माने तो रियल एस्टेट का उबार नहीं जल्दी होगा बल्कि आने वाले समय में इस सेक्टर बड़ी मुश्किलें फेस करेगा। बता दे, देश में रियल एस्टेट सेक्टर का आकार 90000 करोड़ से अधिक है और ये देश की जीडीपी में 5% की हिस्सेदारी रखता है। कृषि के बाद एक यही क्षेत्र है जहां रोजगार के सबसे ज्यादा अवसर मिलते हैं।



सस्ते होंगे घर
इस बारे में जानकारों की माने तो आने वाले समय में रियल एस्टेट की कीमतों में 10 से 15 और अधिक से अधिक 20% तक कमी आयेगी और इसके लिए तैयार रहना चाहिए। सबसे पहले तैयार मकानों के दामों में कमी आएगी। ये सोच कर नहीं बैठना होगा कि आगे आने वाले समय में इन्हें दाम बढ़ेंगे बल्कि तुरंत कैश पाने के लिए इनको बेचना जरुरी होगा।


वहीँ जानकारों का ये भी कहना है कि इस क्षेत्र से जुड़े लोग ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर में न पड़े क्योंकि रियल एस्टेट में सुधार होगा लेकिन लंबा वक़्त लगेगा।


डिमांड होगी कम  
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में घरों की बिक्री 2019 की तुलना में 25 से 35 % तक कम होगी।
इस बीच कुछ घर ऐसे होंगे जो बने नहीं होंगे लेकिन बिक चुके होंगे और ज्यादा बड़ी संख्या उनकी होगी जो बनकर तैयार खड़े हैं लेकिन बिके नहीं हैं और इन्ही के लिए घाटा सहना होगा।



क्या होगें सुझाव
एक रिपोर्ट की माने तो देशभर में 65 % लोग घर की किश्त नहीं चुकाते और ये अब आगे बढ़ने की ज्यादा आशंका है। अनुमान है कि 25 से 30 % इसमें गिरावट आ सकती है।


इस बारे में बैंकों का सुझाव है कि सरकार इसमें दखल देते हुए निगम करों से आने वाले 6 महीने तक की राहत दी जानी चाहिए और सरकार से 20000 करोड़ डॉलर  के राहत पैकेज की मांग की है और आगामी छह महीनों के लिए दिवालिया कानून से जुड़ी गतिविधियों को रोकने की अपील की है।


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