लॉकडाउन से रेलवे को रोज हो रहा है लाखों का नुकसान

                                         


नई दिल्ली/ अक्षर सत्ता। कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है। इससे देश के कई कामकाजी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब भारत का ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बंद हो गया है। वहीँ लॉकडाउन के कारण रेलवे सेवाएं भी बंद हैं। जिससे रेलवे को खासा नुकसान हो रहा है। हालांकि मालगाड़ियां सामान सप्लाई कर रही हैं।


यह पहली बार ही है जब किसी महामारी के कारण ट्रेनों का संचालन इतने दिनों तक बंद हुआ हो। इस बंदी से रेलवे का बड़ा नुकसान हुआ है। वहीँ ट्रेनों की टिकट कैंसिल करने से भी रेलवे का भारी नुकसान हुआ है। यूपी में सिर्फ लखनऊ मेट्रो से ही रोजाना करीब 50 लाख रुपए का नुकसान हो रहा है।


इसके अलावा ट्रेन में विज्ञापन, कैंटीन, दुकानों, एटीएम व अन्य चीजों से भी लगभग 20 लाख की आमदनी होती थी। इस तरह प्रतिदिन लगभग 40 लाख तक की आय होती थी। जो अब जीरो हो गई है।


वहीँ मध्यप्रदेश के अकेले मंडीबामोरा रेलवे स्टेशन पर रेलवे को एक लाख रूपये का नुकसान हो रहा है। क्योंकि यहां रूकने वाली 32 यात्री ट्रेनों से आने जाने के लिए लगभग एक लाख रूपए के आरक्षित व अनारक्षित टिकट खरीदते है। जो फिलहाल पूरी तरह से बंद है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत के 8500 रेलवे स्टेशनों से कितना नुकसान हो रहा होगा।


उधर, आईआरसीटीसी ने 15 अप्रेल से रिज़र्व टिकटों की बुकिंग शुरू करने की बात कही है, लेकिन रेलवे ट्रेनों के फिर से चालू होने के बारे में कुछ भी स्पष्ट रूप से कहने से बच रही है। जबकि अधिकारियों का कहना है स्थिति सामान्य हुई तो 15 अप्रेल से यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। लेकिन स्थिति नहीं सुधरी नहीं तो यात्रिकों को टिकट रद्द कर पैसा वापस दिया जाएगा।


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