सोनिया गांधी ने पीएम मोदी से मनरेगा मजदूरों को 21 दिन के भुगतान के मांग की


नई दिल्ली/ अक्षर सत्ता। कोरोना वायरस से उपजे संकट के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मनरेगा मजदूरों को 21 दिन की मजदूरी अग्रिम देने की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लॉकडाउन के चलते इन मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट है और ऐसी स्थिति में इन्हें आर्थिक मदद की सख्त जरूरत है।


सोनिया ने पहले भी पीेएम को लिखा पत्र


कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए लॉकडाउन के कदम और आर्थिक पैकेज का समर्थन कर चुकी कांग्रेस अध्यक्ष ने गरीब और वंचित वर्ग को हो रही दिक्कतों पर अपनी चिंता जताई है। इस बीच वे प्रधानमंत्री को कई पत्र भेज चुकी है। इसी कड़ी में बुधवार को उन्होंने एक और पत्र लिखा, जिसमें मनरेगा मजदूरों के सामने आए संकट का जिक्र किया।


खेतिहर मजदूरों के पास नहीं हैं काम


उन्होंने कहा कि फसल कटाई के वक्त लाखों खेतिहर कामगारों के पास काम नहीं हैं। देश के लाखों ग्रामीण इस वक्त मनरेगा के तहत काम की उम्मीद लगाए हुए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के चलते फिलहाल इनके पास कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने भले ही मनरेगा में दिहाड़ी बढ़ा दी और तीन महीने का राशन भी मुफ्त कर दिया हो, लेकिन उनके पास नगदी की कमी है।


लॉकडाउन से दिहाड़ी मजदूरों का छिना रोजगार 


उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते मनरेगा मजदूरों के पास कोई काम नहीं है, ऐसे में इस अवधि का अग्रिम भुगतान कर आठ करोड़ ग्रामीणों को सीधे आर्थिक मजबूती दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद जब काम शुरू होगा तो अग्रिम भुगतान को उनकी दिहाड़ी से समायोजित किया जा सकता है।


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