तेजस्वी बोले- उप्र के सीएम का यह कदम सराहनीय है लेकिन बिहार...


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता। यूपी की योगी सरकार ने लॉक डाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में फंसे इंजिनियरिंग और मेडिकल कोचिंग के छात्रों को वापस की योजना बनाई है। इसको लेकर योगी सरकार की तारीफ हो रही है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी यूपी के इस कदम की सराहना की है। इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने बिहार की भाजपा-जदयू सरकार को आड़े हाथ लिया है।


बता दें कि राजस्थान के कोटा में यूपी के साथ बिहार के भी हजारों छात्र फंसे हैं। कुछ छात्र तो अभिभावकों के साथ कोटा से निकले थे, लेकिन उन्हें बिहार की सीमा पर ही रोक क्वारेंटीन कैंप में डाल दिया गया। इसके अलावा सैंकड़ों प्रवासी मजदूर भी बिहार बॉर्डर पर फंसे हैं। इसी को लेकर तेजस्वी ने बिहार सरकार के रुख पर सवाल उठाया है। 


उप्र के मुख्यमंत्री का यह कदम सराहनीय है लेकिन बिहार का क्या करे जहाँ हज़ारों छात्र कोटा के ज़िलाधिकारी से विशेष अनुमति लेकर आएँ लेकिन बिहार सरकार ने उन्हें बिहार सीमा पर रोक प्रदेश में नहीं घुसने दिया?विद्यार्थी हो या अप्रवासी मज़दूर बिहार सरकार ने संकट में सभी को त्याग दिया है। 
राजस्थान के कोटा में फँसे उप्र के विद्यार्थियों को वापस लाने की योजना का स्वागत है लेकिन ये सवाल भी है कि अन्य राज्यों में भुखमरी के शिकार हो रहे अति निम्न आय वर्ग के गरीबों को वापस लाने की क्या योजना है और ये भी कि प्रदेश के तथाकथित नोडल अधिकारियों के मोबाइल मूक-मौन क्यों हैं ?


अपने ट्वीट में वह लिखते हैं, 'उप्र के मुख्यमंत्री का यह कदम सराहनीय है लेकिन बिहार का क्या करे जहाँ हज़ारों छात्र कोटा के ज़िलाधिकारी से विशेष अनुमति लेकर आएँ लेकिन बिहार सरकार ने उन्हें बिहार सीमा पर रोक प्रदेश में नहीं घुसने दिया? विद्यार्थी हो या अप्रवासी मज़दूर बिहार सरकार ने संकट में सभी को त्याग दिया।'


दरअसल, तेजस्वी का यह ट्वीट अखिलेश के ट्वीट को टैग करते हुए किया गया है। अखिलेश ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'राजस्थान के कोटा में फँसे उप्र के विद्यार्थियों को वापस लाने की योजना का स्वागत है लेकिन ये सवाल भी है कि अन्य राज्यों में भुखमरी के शिकार हो रहे अति निम्न आय वर्ग के गरीबों को वापस लाने की क्या योजना है और ये भी कि प्रदेश के तथाकथित नोडल अधिकारियों के मोबाइल मूक-मौन क्यों हैं ?'


बता दें कि यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए अपने अफसरों को निर्देश दिए हैं। छात्रों को वापस लाने के लिए करीब 200 से ज्यादा बसें चलाने की योजना है। एक दो दिनों में ये बसें छात्रों को लेकर यूपी लाएंगी। राजस्थान सरकार ने फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए सभी राज्य सरकारों को परमिट दिया है।


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