नई दिल्ली/अक्षर सत्ता। चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस अब वुहान को विदा कह चुका है। वहां हाल के दिनों में लॉकडाउन के बाद कोई नया कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ है।
इस बारे में चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के हवाले से खबर आई है। बताया जा रहा है कि वुहान में अब कोरोना का एक भी मरीज मौजूद नहीं है। पिछले 8 अप्रैल को 76 दिनों के बाद वुहान से लॉकडाउन हटाया गया था। इसके बाद अब तक एक कोरोना का नया मरीज वुहान में नहीं दर्ज किया गया।
मेहनत का नतीजा
इस बारे में खबरों के हवाले से बताया जा रहा है कि चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के प्रवक्ता मी फ़ेंग इसका पूरा श्रेय वुहान के स्वास्थ्यकर्मियों को देते हैं। वो कहते है कि यह इन्ही लोगों की मेहनत का नतीजा है जो वुहान में आज एक भी मरीज नहीं है। उन्होंने बताया कि कोरोना से लड़ने के लिए देशभर से स्वास्थ्यकर्मीयों को वुहान भेजा गया था।
वहीँ, बताया जा रहा है कि वुहान के आखिरी मरीज को भी शक्रवार को घर भेज दिया गया। अब वुहान में कोरोना के मरीजों की संख्या जीरो है।
आंकड़ों पर उठे सवाल
वहीँ मीडिया में लगातार चीन और वुहान से जारी किए गये कोरोना मृतक मरीजों की संख्या कम बताने के आरोप लगते रहे हैं। हालांकि काफी आलोचना के बाद चीन ने अपने यहां मरने वालों की संख्या में 50% की वृद्धि कर ली थी। इस बारे में सफाई देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन आंकड़ों में सुधार करना पड़ा क्योंकि कुछ रिपोर्ट देरी से मिली और शुरुआत में कुछ गलतियां भी हो गईं थीं।
वुहान पर मंडरा रहा खतरा
भले ही कोरोना के मामले वुहान में नहीं है लेकिन कुछ रिपोर्ट सामने आई हैं जो यह कहती हैं कि वुहान में फिर से कोरोना का खतरा लौटेगा। इस बारे में वुहान में ऐसे मामले लगातार बढ़ रहे हैं जो कोरोना पॉजिटिव होते है लेकिन उनमें कोरोना का कोई लक्षण दिखाई नहीं देता।
बताया जा रहा है कि बीते शनिवार तक हुबेइ में ऐसे 572 मामले दर्ज किए गए थे और अब इन लोगों पर नजर रखी जा रही है। इतना ही नहीं रविवार को ऐसे 19 नए मामले सामने आए थे।
भारत में भी सामने आए ऐसे केस
बताया जा रहा है कि न सिर्फ वुहान में बल्कि भारत में भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। यूपी के नोएडा के दो मरीजों की कोरोना निगेटिव जांच आने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया था लेकिन अब उनमें कोरोना संक्रमण पनपने से उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती किया गया है। डॉक्टर यह देख कर हैरान है।
ऐसा ही कुछ कोरिया में भी हुआ है। यहां 91 ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें ठीक होने के बाद दोबारा कोरोना हुआ है। बताया जा रहा है कि साउथ कोरिया में 8 हजार लोगों को ठीक करने के बाद घर भेज दिया गया था लेकिन लोगों में अब फिर से कोरोना संक्रमण देखा जा रहा है जिससे स्थिति बेहद खतरनाक होने वाली है। अगर ऐसा होता रहा तो हालात बेकाबू हो जायेंगे।
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