बिहार के प्रवासी मजदूरों का रेल खर्च उठाएगी दिल्ली सरकार, प्रदेश सरकार से नहीं मिला था जवाब



नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। तीसरे लॉकडाउन के बढ़ते ही देश के राज्यों में फंसे मजदूरों ने अपने राज्य लौटने के लिए तत्परता दिखानी शुरू कर दी जिसके बाद केंद्र सरकार ने स्पेशल ट्रेन चलाने का आदेश दिया। लेकिन सरकार के नियमानुसार जिस राज्य के लोग रहने वाले हैं उस सरकार को उनका खर्चा उठाना होगा।


लेकिन यहां भी रार हो गई। बिहार सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। तब मजदूरों से किराया वसूले जाने की कई खबरें आई। जिसके बाद सरकार की आलोचना भी हुई।


हालांकि इन सबके बीच कांग्रेस पार्टी ने सामने आकर मजदूरों का खर्च वहन करने की घोषण कर चुकी थी। लेकिन दिल्ली के मजदूरों को लेकर फिर सवाल अटक गया कि उनका खर्चा कौन वहन करेगा। दिल्ली सरकार ने इस बारे में बिहार राज्य सरकार से पूछा लेकिन कोई जवाब न मिलने पर दिल्ली सरकार ने इसकी जिम्मेदारी खुद ले ली।


बिहार सरकार के जवाब न देने के बाद अब दिल्ली सरकार बिहार के प्रवासियों को ट्रेन से वापस भेजने के लिए खुद भुगतान कर रही है। मजदूरों के मूल प्रदेश सरकार से जवाब न मिलने पर प्रवासी मजदूरों की ट्रेन यात्रा का अब खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी।


उधर, बिहार कांग्रेस कमेटी ने बिहार में फंसे मजदूरों, छात्रों आदि को उनके घर वापस भेजने के लिए ट्रेन का किराया वहन करने का ऐलान किया है।


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