बॉलीवुड फिल्ममेकर का कटाक्ष- मजदूरों को घर पहुंचाने की औकात है नहीं, बड़े आए!


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। कोरोना संकट के मुद्देनजर केंद्र की मोदी सरकार ने भले ही 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज के ऐलान कर दिया हो, लेकिन प्रवासी मजदूरों और किसानों का दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसको लेकर जहां विपक्ष सवाल उठा रहा है, वहीं बॉलीवुड हस्तियां भी अप्रत्यक्ष रूप से सरकार पर तंज कस रही हैं। बॉलीवुड फिल्ममेकर अनुराग कश्यप तो केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते रहे हैं, लेकिन अब फिल्मकार अनुभव सिन्हा ने भी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। 
सामाजिक मुद्दों पर मुल्क, आर्टिकल 15 और थप्पड़ जैसी फिल्में बनाने वाले सिन्हा ने सवाल किया है कि कुछ दिन पहले ही 140 करोड़ लोगों के बाद-दादा के जन्मप्रमाण पत्र मांगे जा रहे थे, लेकिन प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने में नाकाम हो रहे हैं। साफ है कि उन्होंने सत्ता में बैठे लोगों पर करारा तंज कसा है। 


अनुभव सिन्हा अपने ट्वीट में लिखते हैं, 'अभी कुछ ही समय पुरानी बात है देश के 140  करोड़ लोगों के बाप दादा का जन्मप्रमाण पत्र ढूँढ रहे थे हम लोग और मज़दूरों को घर पहुँचाने की औक़ात है नहीं। #बड़ेआए' सिन्हा के इस ट्वीट के लिए उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। अपने दूसरे ट्वीट में वह लिखते हैं, 'अपने देश वालों को खाना खिला दो पहले। पाकिस्तान बांगला देश और अफ़ग़ानिस्तान वालों को बाद में ले आना।'
बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने कोरोना संकट से पहले सीएए, एनआरसी और एनपीआर मुद्दे पर जबर्दस्त मुहिम चलाई थी। इसके खिलाफ देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन भी हुए। दिल्ली में शाहीन बाग का विरोध-प्रदर्शन देश-दुनिया में सुर्खियों में आ गया। लेकिन जैसे ही कोरोना महामारी ने दस्तक दी, वैसे ही दोनों तरफ से हथियार डाल दिए गए। 


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