चीनी और भारतीय सैनिकों में फिर तनातनी!

     


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन।
भारत और चीन (China) की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में फिर तनाव पनपने की सूचना है। जानकारी के अनुसार चीनी सेना ने भारत और चीन के बीच विवाद की मुख्य वजह बॉर्डर एरिया में कंस्ट्रक्शन (निर्माण गतिविधियां) का काम बताया जा रहा है। इन गतिविधियों में मिलिट्री स्टाइल बंकर, सैन्य ट्रकों की अवाजाही, सड़क निर्माण सामग्री एकर्त करना आदि शामिल हैं। वहीं, एक वरिष्ठ नौकरशाह का कहना था कि ‘पिछले बुधवार को स्थिति बहुत अस्थिर हो गई जब भारतीय जवानों और चीनी सेना के बीच हाथापाई के बाद हमारे कुछ जवानों को हिरासत में ले लिया गया लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।’ उनके अनुसार आईटीबीपी के जवानों से इस हाथापाई में हथियार भी छीन लिए गए थे। उन्होंने कहा, ‘लेकिन आखिरकार हथियारों को भी वापस सौंप दिया गया. हमारे जवान भी वापस आ गये।’
कोई जवान न हिरासत में था, न हथियार छीने गये : सेना
इस बीच, इस तरह की भी खबरें भी आयीं थी कि भारतीय जवानों को चीनी जवानों ने हिरासत में ले लिया। लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया। हालांकि, सेना की ओर से कहा गया है कि किसी भारतीय जवान को हिरासत में नहीं लिया गया और न ही उनके हथियार छीने गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, बॉर्डर पर दोनों ओर से तैनाती बढ़ा दी गई है। हालात ठीक करने के लिए हर स्तर पर बातचीत जारी है। राजनैतिक, राजनयिक और सेना के स्तर पर मामले को सुलझाने की कोशिश चल रही है। सेना की ओर से इस विवाद पर और कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है. बस इतना कहा गया कि गश्त के दौरान चीनी सेना द्वारा न तो सेना और न ही आईटीबीपी के जवानों को हिरासत में लिया गया था और न ही हथियार छीने गये।
पिछले एक सप्ताह में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती
भारत और चीन दोनों ने पिछले एक सप्ताह में अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया है और पूर्वी लद्दाख में 3 क्षेत्रों में एलएसी के साथ कुछ हिस्सों में किलेबंदी और चबूतरे का निर्माण भी किया है जिसमें पैंगोंग त्सो, डेमोकोक और गैलवान घाटी क्षेत्र शामिल हैं। दरअसल, कहा जा रहा है कि इस सप्ताह के शुरू में पैंगोंग में भारतीय और चीनी सेना के बीच हाथापाई के हालात बन गए थे। इसको लेकर एलएसी पर तनाव की स्थिति बन गई थी।


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