नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन।
जेएनयू छात्र संगठन के पूर्व नेता कन्हैया कुमार ने फिर से इशारों-इशारों में केंद्र की मोदी और रेल मंत्री पीषूष गोयल पर तंज कसा है। सीपीआईएम नेता कन्हैया ने कहा एक कविता के जरिए लॉकडाउन विफल होने और मजदूरों की मौत के बीच भटकती रेल का मुद्दा उठाया है। बता दें कि कल ही सुप्रीम कोर्ट ने प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकारों को नोटिस भेजा है।
अपने ट्वीट में कन्हैया कुमार ने लिखा है, 'प्रधान-सेवक जी को भेजो मेल, बिन तैयारी वाला लॉकडाउन हो गया फ़ेल- ‘नए भारत’ का नया ही खेल, मरते मज़दूर, भटकती रेल।' बता दें कि मजदूरों के लिए चलाई गईं कई ट्रेने जहां जानी थीं, वहां न पहुंच कर दूसरी ही जगह पहुंच गईं। इससे मजदूरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खबरें तो कई मजदूरों के मरने की भी आईं।
विपक्ष ने इसको लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल उठाए और रेल मंत्री पीयूष गोयल पर भी निशाना साधा। कांग्रेस, सीपीआईएम, आम आदमी पार्टी, टीएमसी और अन्य विपक्षी दलों ने रेल भटकने को बड़ा ही गंभीर मसला माना। जो सफर दो दिन में तय होना था, वह ट्रेन में हफ्ते भर में तय हुआ। इस दौरान बेचारे मजदूर बिना-खाने के रहने को मजबूर हो गए।
इससे पहले कन्हैया ने कहा था कि सरकार को इंसानों से ज्यादा कागज की ज्यादा चिंता रहती है। उन्होंने कहा था कि समस्या चाहे जो भी हो, हर बार इस सरकार ने ये साबित किया है कि इनको इंसानों से ज्यादा 'कागज़' की परवाह है। मसला यूपी में कांग्रेस की 1000 बसों का था। दस्तावेजों के आधार पर इस बसों को मजदूरों के लिए यूपी में नहीं चलने दिया गया।
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