नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन।
भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा के हमले केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार जारी है। उन्होंने कहा है कि यह सरकार कोई भी संकट मैनेज नहीं कर सकती है, लेकिन दूसरों पर दोषारोपण करने का दुस्साहस जरुर दिखाती है। सिन्हा का मानना है कि कोरोना संकट में रेलवे के बाद नागरिक उड्डन ने भी सरकार की अक्षमता को साबित कर दिया है।बकौल यशवंत सिन्हा, 'रेलवे के बाद नागरिक उड्डयन ने भी साबित कर दिया है कि यह सरकार कितनी अक्षम है। यह कोई भी संकट मैनेज नहीं कर सकती है। और दूसरों पर दोषारोपण करने का दुस्साहस करती है।' इसके साथ ही यशवंत सिन्हा इंडियन एक्सप्रेस में छपे अपने लेख में भी मोदी सरकार पर हमला बोला है।
सिन्हा ने लिखा है कि पोस्ट कोरोना काल में सरकार को समानता, धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को स्थापित करना चाहिए। इसके साथ ही जनता को सरकार को जिम्मेदार बनाने के लिए लगातार व्यवस्थाओं पर सवाल करने होंगे। इसके साथ भी देशों के यह भी समझना चाहिए कि विश्व बड़े संकट से गुजर रहा है। लोकतंत्र में तो खास तौर पर सरकार की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। जनहित यहां सबसे अहम हो जाता है।
कोरोना संकट में सब कुछ, जिंदगी, अर्थव्यवस्था और आशाएं थम गई हैं। हम दूसरों पर निर्भर हो गए हैं। ग्लोबल लॉकडाउन के बीच देश में अपने दम पर जूझने की महारत नहीं है। ऐसे में हर किसी के सामने परेशानियां बढ़ गई हैं। पोस्ट कोविड संकट से सरकार हवा में बातें करके नहीं उबर सकती है। विश्व में कोरोना संकट इसलिए भी बढ़ गया कि कई देशों की सरकार ने वैश्विक संस्थानों की अनदेखी की। इसी तरह अगर देश के संस्थानों की अनदेखी होगी तो जनहित प्रभावित होंगे।
إرسال تعليق