कोरोना संक्रमण: एमपी और गुजरात में बिगड़ते जा रहे हालात


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। कोरोना के मामलों में एक के बाद एक राज्यों के बीच एक खतरनाक डैथ रेस शुरु हो चुकी है। कोई राज्य इस रेस को जीतना नहीं चाहता, मगर राज्यों की लापरवाही सरकारी तैयारियों को पीछे धकेल रही हैं। दिल्ली में तो खुद मुख्यमंत्री ने ही कोरोना के साथ जीने की आदत डालने की बात कहकर पूरे देश को सहमा दिया है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बाजवूद पूरी दिल्ली को खोलने का ऐलान करके वो अमेरिका की गलती को दोहराने की जिद पर उतर चुके हैं। 


एमपी और गुजरात में बिगड़ते जा रहे हालात
कारोबारियों के राज्य गुजरात में अभी तक 12 सौ मरीज ठीक हो चुके हैं, मगर 319 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। मध्य प्रदेश में संक्रमण का आंकड़ा तीन हजार को पीछे छोड़ चुका है। पौने दो सौ से ज्यादा लोग इसका शिकार हो चुके हैं। 


केरल में आया काफी ज्यादा सुधार, यूपी भी अभी काबू में
हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस का गढ़ बन चुका केरल अब नए मामलों में काफी सुधार पर है। मगर कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, राजस्थान में नए मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। यूपी में आगरा को छोड़ दें तो अभी तक हालात को कंट्रोल में गिना जा रहा है।


महाराष्ट्र और दिल्ली बन रहे हैं कोरोना के नए गढ़
महाराट्र् में साढ़े चौहद हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और ढाई हजार के करीब लोग ठीक होने की कगार पर हैं। मगर यहां मृत्यूदर चार फीसदी है।


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