फिलहाल तो कोरोना वायरस से रहम की कोई उम्मीद नहीं...!


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में 48,39,260 लोगों को संक्रमित कर लिया है। 3,19,189 लोग कोरोना के कारण जान गवां चुके हैं। वायरस से शुरुआती दौर में कोरोना वायरस के गर्मी में दम तोड़ देने की उम्मीद जताई जा रही थी। मगर सबसे ज्यादा गर्म महीने मई और जून में भी कोरोना वायरस का जानलेवा हमला जारी है।
अभी तक इंसानी नस्ल चीन की लैब में पनपे इस वायरस के आगे घुटने टेक चुकी है। शोध ने दावा किया है कि फिलहाल किसी भी मौसम में इससे कोई राहत नहीं मिलेगी। सिर्फ घर पर बैठने या सोशल डिस्टेंसिंग से भी बहुत ज्यादा वक्त के लिए लोगों का काम नहीं चल सकेगा। आखिरकार इसका सामना करने या इसके साथ जीने की आदत डालने की सलाह दी जा रही हैं।


शोध बताते हैं कि सदर्न हेमीस्फेयर यानी (दक्षिणी गोलार्ध) में वायरस की जानलेवा बीमारी अभी धीमी होती नहीं दिखाई दे रही है। हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि जब किसी देश की ज्यादातर आबादी इसकी शिकार हो चुकी होती है तो कुछ वक्त बाद इस वायरस का प्रसार भी पूरी तरह बंद हो जाता है। मगर इस स्टेज के लिए कोरोना की भारी तबाही का इंतजार करना होगा। इसके अलावा संक्रमण के कम होने की कोई सूरत नहीं दिख रही है।


प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के शोध के मुताबिक कोविड 19 पर गर्मी बढ़ने का कोई असर नहीं होने वाला है। स्टडी साइंस जर्नल में प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक बिना नमीं के गर्म मौसम से भी कोरोना पर कोई फर्क होता दिखाई नहीं दे रहा है। दुनिया के कई हिस्सों में आबादियों पर अभी भी वायरस का असर होना बाकी है। मगर किसी देश की जलवायु से इस वायरस का कुछ नहीं बिगड़ा। इस मॉडल के लिए इंफ्लुएंजा वायरस, ह्यूमन कोरोना वायरस HKU1 और ह्यूमन वायरस OC43 जैसे बराबर असर वाले वायरस के बर्ताव पर अध्ययन किया गया।


फिलहाल माना जा रहा है कि वायरस के बर्ताव पर तभी असर देखा जा रहा है जब पहले से लोग इस तरह के वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न कर चुके हों। कोरोना के खिलाफ ऐसी कोई प्रतिरोधक क्षमता इंसानों में नहीं है। कैसा भी मौसम हो, कोरोना पर कोई असर नहीं पड़ेगा। फिलहाल शोध में कोरोना के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता पर जानकारी जुटाई जा रही है।


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