रेल मंत्रालय में बंदरों को भगाने वाले लंगूर हैंडलर में कोरोना वायरस की पुष्टि


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। रेल मंत्रालय में बंदरों को भगाने के लिए तैनात किए गए लंगूर हैंडलर (लंगूर मैन) भी कोविड -19 पॉजिटिव पाया गया है। इसकी जानकारी होने पर मंत्रालय में हड़कंप मच गया है। लंगूर वाला मंत्रालय में जिन- जिन लोगों के संपर्क में था, उन सभी लोगों को मंत्रालय ने होम क्वॉरेंटाइन करने का आदेश दिया है।


ठेके पर रखा गया है कर्मचारी  
यह कर्मचारी ठेके पर रखा गया है और आखिरी बार 4 मई को रेल मंत्रालय में अपनी ड्यूटी पर आया था। इसकी जांच रिपोर्ट 14 मई को आई है। 13 मई को ही रेल मंत्रालय में तैनात रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक कार्यालय का अर्दली भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उसके बाद दो दिन के लिए रेल भवन को सील कर दिया गया है।


14 मई को आई रिपोर्ट, पाया गया पॉजिटिव 
सूत्रों के मुताबिक लंगूर मैन रेल मंत्रालय में जनरल ब्रांच के संपर्क में रहता था। आखिरी बार इसी ब्रांच में काम करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के संपर्क में रहा। इस बीच उसकी तबियत खराब होने के चलते प्रशासन ने उसकी ड्यूटी रोक दी और उसे रेल मंत्रालय आने से मना कर दिया। 14 को इसकी रिपोर्ट आई जिसमें पॉजिटिव पाया गया। इसको मिलाकर अब रेल मंत्रालय में दो लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।


करीब 15 कर्मचारियों को होम क्वॉरेंटाइन में रहने का आदेश
सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय ने जनरल ब्रांच के करीब 15 कर्मचारियों को होम क्वॉरेंटाइन में रहने का आदेश दिया है। साथ ही कहा गया है कि सभी कर्मचारी 19 मई तक घर पर रहेंगे और किसी भी कर्मचारी को लक्षण पाए जाते हैं तो तुरंत अपनी जांच कराएगा। सूत्रों के मुताबिक अब यह पता लगाया जा रहा है कि लंगूर मैन और कितने मंत्रालयों एवं कार्यालयों में गया होगा। क्योंकि सभी मंत्रालयों एवं विभागों में केंद्र सरकार की नीति के तहत बंदरों को डराने के लिए सभी मंत्रालयों ने लंगूर की तैनाती की है।


डीजी ऑफिस में काम करने वाले तकरीबन 10 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया
गौरतलब कि आरपीएफ डीजी ऑफिस में काम करने वाला अर्दली दिल्ली में ही दयाबस्ती इलाके में रहता है। दयाबस्ती इलाके में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद वह बीमार हो गया था। यह कर्मचारी अंतिम बार 6 मई को रेल भवन आया था। बाद में तबियत खराब होने के बाद वह छुट्टी पर चला गया। 13 मई को उक्त कर्मचारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद रेल भवन को सील कर दिया गया है। साथ ही रेल भवन के डीजी ऑफिस में काम करने वाले तकरीबन 10 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है।


बता दें कि लुटियंस दिल्ली में भारी संख्या में बंदरों की आबादी है, जो सरकार के लिए सिरदर्द का विषय रही है। उन्हें भगाने के लिए मंत्रालयों ने उन ठेकेदारों को नियुक्त किया है। यहां तक एनडीएमसी बंदरों पर अब तक लाखों रुपये खर्च कर चुकी है। रेल भवन में बंदरों ने अक्सर अधिकारियों को गलियारों, बालकनियों, कैंटीनों के पास, कार्यालय की खिड़कियों और अन्य स्थानों पर दिखाई देता है। 


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