मुजफ्फरपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। रौतनिया में कूड़ा डंपिंग विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की देर रात नगर निगम के ट्रैक्टर को घेरने व कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार के बाद शनिवार को पहुंचे डीएम व एसएसपी समेत पूरे प्रशासनिक अमले को गुस्साए ग्रामीणों ने खदेड़ दिया। लाठी-डंडे से लैस भीड़ ने 12 घंटे तक बवाल किया। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। स्थिति अनियंत्रित होते देख पुलिस बल भी हट गया।
ग्रामीण बीते तीन दिनों से रात में निगम के कूड़ा डंप करने से आक्रोशित थे। शुक्रवार की देर रात करीब एक बजे से बवाल शुरू हुआ। ट्रैक्टर ड्राइवर और निगम के सफाईकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की व वाद-विवाद हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि मामला कोर्ट में है। फैसले के आने तक कूड़ा डंप होगा तो वे विरोध करेंगे। बवाल की सूचना पर ग्रामीणों से वार्ता को लेकर डीएम चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी जयंतकांत, नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा, एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार व पश्चिमी समेत जिले के कई आला अधिकारी डंपिंग स्थल पर पहुंचे थे। हालांकि आक्रोश व प्रदर्शन को देख वार्ता नहीं हो सकी। सारे अधिकारी बैरंग वापस लौट गए।
महिलाओं को दिया धक्का - इससे पहले भीड़ में शामिल प्रदर्शनकारी महिलाओं ने शहर की तरफ से आ रही डीएम की गाड़ी को रोकना चाहा, लेकिन एक पुलिस अधिकारी के बॉडीगार्ड ने महिलाओं को धक्का दे दिया। इसके बाद भीड़ का आक्रोश और भड़क गया। भीड़ ने लाठी-डंडे लेकर अधिकारियों को खदेड़ना शुरू कर दिया। इस दौरान नगर निगम के ट्रैक्टर पर भी आक्रोशित महिलाओं ने लाठी से हमला कर दिया, लेकिन चालक किसी तरह भाग गया। स्थिति बेकाबू होते देख अधिकारी किसी तरह निकल गए। इस दौरान भीड़ ने कूड़ा डंपिंग करने आए ट्रैक्टर व जेसीबी को रोक बवाल काटा।
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