क्या पीएम ने चीन गतिरोध पर सर्वदलीय बैठक में नहीं बताया सच, कांग्रेस ने किया सवाल


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन।


कांग्रेस ने लद्दाख के गतिरोध वाले इलाकों में चीनी सैनिकों की गतिविधियां बढ़ने से जुड़ी खबरों की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को सरकार पर सेना का मनोबल गिराने का आरोप लगाया और सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक के दौरान एवं देश के समक्ष सही तथ्य नहीं रखे? पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि सरकार चीन से लड़ने के बजाय देश के विपक्ष खासकर कांग्रेस से लड़ने में पूरी ताकत झोंक रही है।


उधर, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चीन को करारा जवाब दिया जाना चाहिए क्योंकि हमारे पास हथियार ‘अंडे देने के लिए’ नहीं रखे हैं। चौधरी ने ट्वीट किया, ‘चीनी सेना को किसी भी कीमत पर पीछे खदेड़ना होगा। हमारे हथियार अंडे देने के लिए नहीं हैं। सेना को जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए, चीनी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए।’


सुरजेवाला ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ‘ मोदी सरकार देश को बता रही है कि गलवान घाटी, पैंगोंग सो (झील) इलाके व हॉट स्प्रिंग्स में चीनी सेना को पीछे हटाकर यथास्थिति बनाए रखने के बारे में बातचीत जारी है, परंतु उपग्रहों से ली गई तस्वीरों, फौज के पूर्व जनरलों के बयानों से साफ है कि चीन की गतिविधि बढ़ गई है।’ कांग्रेस नेता के मुताबिक चीन की सेना ने पीछे हटने के बजाय पीपी-14 प्वाईंट, गलवान घाटी, लद्दाख में टैंट दोबारा लगा कर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘चीनी सेना ने पैंगोंग त्सो इलाके में फिंगर-4 व फिंगर-8 के बीच नया सैन्य साजो-सामान बढ़ा नए बंकरों का निर्माण कर लिया है। चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में भी अपने तोपखाने व बख्तरबंद रेजिमेंट के साथ लगभग 10,000 सैनिक तैनात कर रखे हैं।’ सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘सेना के पूर्व अधिकारयों और खबरों के माध्यम से जो जानकारियां सामने आई हैं उन पर प्रधानमंत्री क्या देश को विश्वास में लेंगे? क्या चीन की सेना ने दौलत बेग ओल्डी, डेपसांग सेक्टर व पूर्वी लद्दाख में बख्तरबंद रेजिमेंट व तोपखानों का जमावड़ा बना रखा है? क्या मोदी सरकार ने देश की सुरक्षा के बारे में इस मामले का संज्ञान लिया है?’


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