महानदी, उमराड़ नदियों से अवैध उत्खनन के खिलाफ ग्रामवासियों ने निकाली पदयात्रा

 



कटनी/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। 


बड़वारा तहसील अंतर्गत महानदी, उमराड़ नदी में ठेका कम्पनी व उनके कारिंदों के द्वारा करवाये जा रहे नियम विरुद्ध व  अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनिल सिंह सेंगर और ग्रामीणों के द्वारा नदी बचाओ पदयात्रा बड़वारा के ग्राम विलायत खुर्द से प्रारम्भ की गई तथा विलायत खुर्द से खरहटा, सलैया से होते हुए ग्राम देवरी में समापन किया गया।
इस मौके पर एड. अनिल सिंह सेंगर ने कहा कि कटनी जिले की रेत खदानों के समूह का ठेका कंपनी को प्राप्त है। कंपनी द्वारा तहसील बड़वारा के ग्राम विलायत खुर्द खरहटा, देवरी, सांघी, छिन्दहाई पिपरिया, गणेशपुर, गुड़ाकला में स्वीकृत रेत खदानों में नियम विरुद्ध नदी की मुख्य धारा को परिवर्तित व रोक कर व नदी के अंदर रेम्प बनाकर पोकलीन,जेसीबी मशीन द्वारा जलस्तर से भी नीचे जाकर 20 से 25 फुट तक  रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। जिससे ग्रामवासियों के खेतों की बोरिंग जलविहीन हो रही है। जिससे ग्रामवासियों को पीने के पानी के सुखाधिकार से वंचित होना पड़ रहा है। नदी में गहरी खाई होने से असमय ही मानव जीवन पर संकट उत्पन्न हो रहा है। अभी हाल ही में दो अलग-अलग घटनाओं में तीन व्यक्तियों की मृत्यु रेत खदान की खाई में डूबने से हुई है। जो की रेत कंपनी की लापरवाही का ही नतीजा है।


ठेका कंपनी द्वारा बहुत बड़ी मात्रा में बड़वारा की ग्राम पंचायत इमलिया में वन भूमि से निकली नदी से भी चोरी से अवैध तरीके से रेत उत्खनन किया जा रहा है। इमलिया से नादावन सैकड़ों वर्ष पुराना नदी से पहुँच मार्ग को भी खोदकर खाई बना दी गई है। जिससे ग्रामवासियों के मार्ग के सुखाधिकार से भी वंचित कर बड़ी मात्रा में अवैध रेत का भण्डारण किया जा रहा है। रेत कंपनी द्वारा अवैध रेत उत्खनन करने के उद्देश से आज तक खदानों का सीमांकन नहीं कराया गया और न ही खदानों के सीमा चिन्हों पर खंभे लगाये गए है। जो रेत उत्खनन नीति व अनुबंध पत्र का खुला उल्लघन है। जिस पर एड. अनिल सिंह सेंगर प्रदेश कार्य समिति सदस्य भाजयुमो म.प्र. के नेतृत्व में 4 जून 2020 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व जिला कलेक्टर कटनी के नाम  बड़वारा तहसीलदार को ज्ञापन सौपकर  मांग की गई थी की ठेका कंपनी पर तत्काल अवैध रेत उत्खनन का मामला पंजीबद्ध कर भारी हर्जाना लगाते हुए ठेका कंपनी द्वारा जमा अनुबंध राशि समपहृत कर महानदी, उमराड नदी के मूल अस्तित्व को नष्ट होने से बचाया जाए।


ग्रामवासियों ने दो दिवस पश्चात  महानदी व उमराड नदी के घाटों पर पद यात्रा कर अवैध रेत उत्खनन के विरुद्ध वाहन जप्ती व अन्य कार्यवाही करने का अल्टीमेटम दिया गया था। आंदोलन में किसी भी प्रकार की हानि होने पर आंदोलनकारी जिम्मेदार न होकर प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा। दो दिवस की अवधि बीत जाने के पश्चात भी प्रशासन द्वाऱा कोई कार्यवाही न किये जाने के कारण यह पदयात्रा राजस्व विभाग, पुलिस थाना, खनिज विभाग को जगाने की लिए की गई।


पदयात्रा के दौरान ग्रामवासियों द्वारा जिला प्रशासन व पुलिस विभाग को यात्रा व अवैध भण्डारण की जप्ती किये जाने संबंधी सूचना देने के पश्चात भी जिला प्रशासन व पुलिस विभाग यात्रा स्थल से नदारत रहा।


यात्रा के दौरान एड. अनिल सिंह सेंगर, आर बी रघुवंशी, मनोज सिंह, सुन्दर सिंह,शेलेन्द्र सिंह, अतुल सिंह रघुवंशी, रूप सिंह, भुवन सिंह, रमेश सिंह, जयभान विश्वकर्मा, केदार सिंह, अमर सिंह, वंशपति सिंह, सम्मि विश्वकर्मा आदि ग्रामवासी उपस्थित रहे।


Post a Comment

और नया पुराने