भारत-चीन सीमा के पास 3 सड़कों के निर्माण का रास्ता साफ, उत्तराखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड ने दी मंजूरी


देहरादून/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। चीन के साथ जारी तनाव के बीच उत्तराखंड राज्य वन्यजीव सलाहकार बोर्ड ने राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण 3 सड़कों के निर्माण के लिए भारत-चीन सीमा के पास गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान के भीतर करीब 73 हेक्टेयर वन भूमि के हस्तांतरण के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में बोर्ड ने वन भूमि हस्तांतरण को स्वीकृति देते हुए इसे अंतिम मंजूरी के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड को भेजने का फैसला लिया। प्रदेश के वन मंत्री हरक सिंह रावत ने यहां बताया कि चीन के साथ लगती सीमा पर स्थित इन तीनों सड़कों का निर्माण केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा।


यहां बनेंगी सड़कें


उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान के अधीन सुमला से थांगला तक 11.85 किलोमीटर सड़क के लिए 30.39 हेक्टेयर, त्रिपाणी से रंगमचगड तक 6.21 किलोमीटर सड़क के लिए 11.61 हेक्टेयर वन भूमि तथा 17.60 किलोमीटर लंबी मंडी-सांगचोक्ला सड़क के लिए 31 हेक्टेयर वन भूमि का हस्तांतरण शामिल हैं। मंत्री ने कहा कि इन तीनों सड़कों के निर्माण से चीन सीमा की दूरी काफी कम होने के साथ ही वहां आवाजाही भी आसान हो जाएगी। वर्तमान में भारत तिब्बत सीमा पुलिस के कर्मियों को भारत-चीन सीमा तक पहुंचने के लिए 25 किलोमीटर तक की पैदल यात्रा करनी पड़ती है ।


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