हांगकांग। चीन ने हांगकांग में अलगाववादी गतिविधियों में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने के लिए एक विवादित कानून को मंजूरी दे दी। इस कानून की वजह से लोगों में डर है कि इसका इस्तेमाल इस अर्धस्वायत्त क्षेत्र में विरोध की आवाजों को दबाने के लिए किया जा सकता है। चीनी संसद की स्थायी समिति में हांगकांग के एकमात्र प्रतिनिधि ताम यियू-चुंग ने संवाददाताओं से बातचीत में मंगलवार को इस बात की पुष्टि की है कि यह कानून पारित हो गया। उन्होंने कहा कि इस कानून में मौत की सजा का प्रावधान नहीं है। हालांकि उन्होंने इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी कि इस कानून के प्रावधान अतीत के घटनाक्रमों पर भी लागू होंगे (अर्थात क्या यह कानूनी पिछली तिथि से लागू होगा)। ताम ने साक्षात्कार में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह कानून लोगों को परेशानियों खड़ी करने से रोकेगा। उन्होंने कहा, ‘हांगकांग का इस्तेमाल देश को बांटने के हथियार के तौर पर नहीं होने दें।’
सैकड़ों की संख्या में लोगों ने किया रोष प्रदर्शन
वहीं हांगकांग के मध्य कारोबारी जिले में एक लग्जरी मॉल के बाहर सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए और ‘ हांगकांग को स्वतंत्र करने और अब क्रांति’ के नारे लगा रहे थे। इनमें से कई ‘हांगकांग स्वतंत्रता’ वाले झंडे और पोस्टर अपने हाथों में लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की निंदा कर रहे थे। पुलिस ने बाद में इस मॉल वाले क्षेत्र की घेराबंद कर ली। लोगों को हिरासत में लिया गया। इस कानून का हांगकांग के भीतर काफी विरोध हो रहा है और ब्रिटेन, अमेरिका, यूरोपीय संघ सहित अन्य भी इसका विरोध कर रहे हैं।
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