नक्सली हमले की आशंका, बिहार पुलिस अलर्ट, चौकसी बढ़ाने के निर्देश 


                                                                                                                                                             
पटना/अक्षर सत्ता/ ऑनलाइन। बिहार में नक्सलियों द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की आशंका है, जिसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने राज्य के सभी जिले की पुलिस को अलर्ट रहने का आदेश दिया है। बगहा में नक्सलियों के मारे जाने के बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से चौकसी बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिये गए हैं। बगहा में हुए 4 नक्सलियों की मौत का बदला लेने के लिए नक्सली बड़ी वारदात कर सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस प्रतिष्ठान को निशाना बनाने का अंदेशा है। 


पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना क्षेत्र स्थित दोन जंगल में शुक्रवार तड़के मुठभेड़ में एसएसबी व एसटीएफ की संयुक्त टीम ने चार नक्सलियों को मार गिराया। लौकरिया थाना क्षेत्र के चाौथापानी में हुए इस मुठभेड़ में एक एके-56, तीन एसएलआर और एक रायफल के अलवा कई असलहे भी बरामद किये गये हैं।  इस कार्रवाई में एक इंसपेक्टर ऋतुराज समेत दो लोग भी जख्मी हो गए। हालांकि दोनों खतरे से बाहर है। जंगल में और नक्सलियों के छिपे होने की आशंका पर शाम तक सर्च अभियान चलाया जाता रहा है। इसके लिए मुख्यालय से अतिरिक्त बल घटनास्थल पर भेजा गया है। कार्रवाई में भीषण बारिश और उफनाती पहाड़ी नदियां रोड़े अटका रही है। यद्यपि आला अफसरों को उम्मीद है कि मिशन पूरा होने पर कुछ और बड़ी उपलब्धि अभियान से जुड़ेगी। तत्काल पुलिस टीम ने चारों शवों की पहचान कर ली है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया गया है।  



मुठभेड़ की सूचना पर चंपारण पहुंचे एसएसबी के आईजी संजय कुमार ने बताया कि झारखंड का नक्सली कमांडर राजन का दस्ता पिछले कुछ महीनों से वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के जंगल में सक्रिय था। यहां पर नक्सली अपना सेफ जोन बनाने में लगे थे। एसएसबी व एएसपी अभियान की टीम को इंटेलिजेंस से सूचना मिली थी कि नक्सलियों का दस्ता हरनाटांड से नौरंगिया दोन जाने वाले जंगली रास्ते में हरनाटांड से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर छिपा है। पुख्ता जानकारी मिलने पर एसएसबी, बगहा पुलिस व एसटीएफ की टीम ने साझा रणनीति तैयार की। वे लोग अपने वाहनों को दूर छोड़कर पैदल ही इस दुर्गम रास्ते पर रात होते ही निकल गए थे। ​


वीटीआर के जंगल में पुलिस मुठभेड में अपने दो सहयोगियों के साथ मारे गए शिवहर के आलोक राम उर्फ विपुल व वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के छोटन उर्फ सूरज चंपापुर गनौली के पूर्व मुखिया मनोज सिंह की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे। दोनों हत्याकांड में नामजद अभियुक्त नहीं थे। बाद में दोनों जमानत पर जेल से छूटे थे। ​


Post a Comment

और नया पुराने