नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। भारी बारिश के कारण ओडिशा, उत्तराखंड तथा गुजरात समेत कई राज्यों के निचले इलाकों में पानी भर गया तथा सड़क संपर्क टूट गया। वहीं बिहार में बाढ़ के कारण हालात और खराब हो गए, शुक्रवार को यहां बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 82.92 लाख हो गई।
मध्य प्रदेश के छह जिलों में भरी वर्षा की चेतावनी
मौसम विभाग ने शुक्रवार को कहा कि मध्य प्रदेश के छह जिलों- होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, जबलपुर, नरसिंहपुर और सिवनी में अगले 24 घंटे में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। विभाग के अनुसार इन छह जिलों में शनिवार सुबह तक कहीं-कहीं पर अत्यधिक वर्षा होने का पूर्वानुमान है। इसके अलावा, मौसम विभाग ने प्रदेश के 12 अन्य जिलों विदिशा, रायसेन, सीहोर, उज्जैन, देवास, कटनी, छिंदवाड़ा, मण्डला, बालाघाट, पन्ना, सागर एवं दमोह में अगले 24 घंटों में कहीं-कहीं पर अति भारी वर्षा होने की चेतावनी भी दी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दो दिन तक मध्यम से भारी बारिश होने के बाद शुक्रवार को बूंदाबांदी हुई। अधितकम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार तक आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश का अनुमान जताया है। दूसरी ओर, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में बारिश के चलते शुक्रवार तड़के एक मकान ढह जाने से एक व्यक्ति और उसके दो बच्चों की मृत्यु हो गयी। वहीं, जिले में ही भूस्खलन के कारण चार दिन से लापता एक महिला का आज शव बरामद हो गया। इस बीच, राज्य के विभिन्न हिस्सों में लगातार जारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से चारधाम सहित कई मार्गों पर आवाजाही रुक गयी है। भारतीय मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और कोंकण के अन्य क्षेत्रों में शनिवार को भारी बारिश संबंधी ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। आज सुबह भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारी ने कहा था कि विदर्भ क्षेत्र में अगले 48 घंटों के लिए ‘‘ऑरेंज अलर्ट’’ (भारी से बहुत भारी वर्षा का संकेत) जारी किया गया है।
पालघर, ठाणे, मुंबई, रायगढ़ में अगले 24 घंटों में आंधी के साथ-साथ भारी बारिश का अनुमान है। बिहार में बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के बुलेटिन में बताया गया कि बीते 24 घंटे में 16 जिले के और 1.13 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए जिसके साथ बाढ़ प्रभावितों की संख्या बढ़कर 82.92 लाख हो गई। बृहस्पतिवार तक81,79,257 लोग बाढ़ से प्रभावित थे। पश्चिम बंगाल में चंद्रमा की स्थिति की वजह से ज्वार उठने और लगातार बारिश से सुंदरबन क्षेत्र में जल स्तर बढ़ गया है और इसकी वजह से कई नदियों पर बने मिट्टी के बांध क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं मौसम विभाग ने शुक्रवार को इलाके में निम्न दबाव बनने की वजह से भारी बारिश की चेतावनी दी है। सूत्रों ने बताया कि नदी घाटी क्षेत्रों में तटबंधों पर बने मिट्टी के बांध में दरार आने से मिट्टी के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सूत्रों ने बताया कि खेत में खारा पानी घुसने से किसानों को धान और सब्जियों समेत खेतों में लगी अन्य फसलों और मीठे पानी वाली मछलियों के मरने की आशंका पैदा हो गई है। मौसम विभाग ने दक्षिण बंगाल खासकर दक्षिण और उत्तर 24 परगना तथा पूर्वी मिदनापुर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। आईएमडी (मुंबई) की वरिष्ठ निदेशक शुभांगी भुते ने कहा, ‘‘पूर्वी मध्य प्रदेश पर निम्न दबाव बनने और संबद्ध चक्रवाती प्रवाह के चलते, मध्य महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र और घाट के इलाकों में अगले 48 घंटों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।’’ उन्होंने कहा कि हवा की गति 45 किमी से 55 किमी के बीच रहने का अनुमान है। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘इसके अलावा, मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग के लिए अगले 24 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया जा रहा है।’’ उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बदरीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री जाने वाले मार्ग कई स्थानों पर बारिश के कारण पहाड़ों से पत्थर और चट्टानें गिरने तथा भूस्खलन होने से अवरुद्ध हो गए हैं। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली जिले में तोता घाटी के पास, केदारनाथ जाने वाला मार्ग रुद्रप्रयाग जिले में जालेश्वर महादेव और सीतापुर पार्किंग के पास तथा यमुनोत्री जाने वाला रास्ता उत्तरकाशी जिले में सिलाई बैंड के पास भूस्खलन से अवरुद्ध है। इसके अलावा भी दर्जनों अन्य मार्ग भूस्खलन के कारण बाधित हैं जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव वाले क्षेत्रों की श्रृंखला के कारण ओडिशा में हुई मूसलाधार बारिश की वजह से कई नदियों में जलस्तर बढ़ गया तथा कई निचले इलाकों में पानी भर गया। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को बारिश संबंधी घटनाओं में दो और लोगों की मौत हो गई। राज्य सरकार ने हालांकि बाढ़ की आशंका से इनकार किया और कहा कि कुछ नदियों में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है लेकिन इसके घटने की उम्मीद है क्योंकि ऊपरी इलाकों में बारिश की तीव्रता में कमी आई है। अधिकारियों ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में एक के बाद एक बने कम दबाव वाले चार क्षेत्रों के प्रभाव से ओडिशा के कई इलाकों में इस महीने भारी बारिश हुई जिसके कारण कुछ जगहों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे और फसलों तथा कच्चे घरों को नुकसान पहुंचा था। उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों और खासकर मलकानगिरी में जलभराव की वजह से सड़क संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है। विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने कहा कि बारिश के कारण दीवार गिरने की घटनाओं में शुक्रवार को दो लोगों की मौत हो गई। मयूरभंज जिले के कुलियाना में दीवार गिरने से जहां एक महिला की मौत हुई वहीं देवगढ़ जिले के रियामल इलाके में भारी बारिश के कारण दीवार ढह गई जिसकी चपेट में आकर एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। गुजरात के विभिन्न भागों में शुक्रवार को भारी बारिश होने के कारण एक राष्ट्रीय राजमार्ग और सात राज्य राजमार्गों समेत 131 सड़कें यातायात के लिए बंद रहीं। शुक्रवार की सुबह से लगातार हो रही बारिश से राज्य के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि शुक्रवार को कच्छ, उत्तरी और दक्षिणी गुजरात के क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। तेलंगाना में, भाद्राद्री-कोठागुदेम जिले में भारी बारिश के बाद सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। भाद्रचलम जिले में गोदावरी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
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