मास्को/दिल्ली। रूस ने सब देशों को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को यह घोषणा की। पुलिन ने खुलासा किया कि रूस में बनायी गयी विश्व की पहली कोविड-19 वैक्सीन को स्वास्थ्य विभाग से मंजूरी मिल गया है। उन्होंने कहा कि उनकी दो बेटियों में से एक को यह टीका लगाया जा चुका है। पुतिन ने उन सभी को धन्यवाद दिया जिन्होंने इस वैक्सीन पर काम किया है। अब यह वैक्सीन उत्पादन के लिए भेजी जाएगी। पुतिन ने बताया कि उनकी बेटी टीके के बाद ठीक महसूस कर रही है और उसे किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं हैं। जानकारी के अनुसार अब रूस में सबसे पहले हेल्थ वर्करों को डोज़ दी जाएगी। इसके बार बुजुर्गों की बारी आयेगी। वहीं ब्रिटेन ने साफ कर दिया है कि वह अपने नागरिकों को रूसी वैक्सीन की डोज नहीं देगा। रूस कोविड-19 टीके का पंजीकरण करने वाला पहला देश है। दुनियाभर में अनेक वैज्ञानिक इस कदम को संदेह की दृष्टि से देख रहे हैं और तीसरे चरण के परीक्षण से पहले टीके का पंजीकरण करने के निर्णय पर सवाल उठा रहे हैं। किसी भी टीके का तीसरे चरण का परीक्षण आम तौर पर हजारों लोगों पर महीनों तक चलता है।
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