बिहार में कोई भी एक दल अपने बलबूते पर चुनाव जीतकर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं !

उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा-किसी को मुगालते में नहीं रहना चाहिए



नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का कहना है कि बिहार में गठबंधन की राजनीति एक ‘वास्तविकता’ है तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) इसके त्रिकोण हैं। इनमें से किसी को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि वह अपने बूते चुनाव जीतकर सरकार बना सकता है। बिहार भाजपा के कद्दावर नेता मोदी ने एक साक्षात्कार में दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सामने राजद के नेतृत्व वाला विपक्षी महागठबंधन दूर-दूर तक नहीं टिकता और अगला विधानसभा चुनाव राजग के सभी घटक दल मिलकर लड़ेंगे और सफलता हासिल करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा जदयू और राजद बिहार की राजनीति के त्रिकोण हैं और गठबंधन एक वास्तविकता है। इसे लेकर किसी को कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। आज कोई भी एक दल अपने बलबूते पर चुनाव जीतकर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है।' उन्होंने कहा कि 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा अलग चुनाव लड़कर देख चुकी है, जबकि 2014 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू लोकसभा का अलग चुनाव लड़कर देख चुका है। मोदी ने कहा, ‘भाजपा को अपनी ताकत के बारे में कोई गलतफहमी नहीं है। हम मजबूत हैं और हमारा संगठन भी है। लेकिन मिलजुलकर चुनाव लड़ेंगे तभी हम लोगों को सफलता मिलेगी। इसे लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में भी कहीं कोई भ्रम नहीं है।’


इसी महीने विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की संभावना


इसी महीने बिहार विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा होने की संभावना है। बिहार चुनाव, कोरोना वायरस महामारी के दौरान होने वाले भारत के पहले विधानसभा चुनाव होंगे। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राजग के घटक दलों जदयू और लोजपा के बीच चल रहे वाकयुद्ध और कुछ मुद्दों पर एक दूसरे की असहमतियों को उन्होंने क्षणिक करार दिया और उम्मीद जताई कि समय आने पर इसका भी समाधान हो जाएगा।


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