हाथरस गैंगरेप : लड़की के भाई ने कहा-पुलिस ने जबरदस्ती रात 2 बजे कर दिया अंतिम संस्कार!

लड़की का अंतिम संस्कार बीती रात दो बजे परिजनों की सहमति से हुआ : पुलिस अधीक्षक



लखनऊ/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। हाथरस गैंगरेप की शिकार लड़की का रात 2 बजे अंतिम संस्कार करने पर बवाल मच गया है। लड़की के भाई ने कहा है कि पुलिस जबदरदस्ती शव को ले गयी। वहीं हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत सिह ने बताया कि लड़की का अंतिम संस्कार बीती रात दो बजे परिजनों की सहमति से पुलिस बल की मौजूदगी में किया गया। हालांकि लड़की के परिजनों का आरोप है कि अंतिम संस्कार के लिये उनकी सहमति नहीं ली गयी। उधर, हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत सिंह ने बताया कि लड़की का अंतिम संस्कार बीती रात दो बजे परिजनों की सहमति से पुलिस बल की मौजूदगी में किया गया। हालांकि लड़की के परिजनों का आरोप है कि अंतिम संस्कार के लिये उनकी सहमति नहीं ली गयी। लड़की के भाई ने कहा कि पुलिस जबदरदस्ती शव को ले गयी। पीड़िता के एक अन्य परिजन ने बताया कि 30 से 40 लोगों के साथ पीड़िता के पिता पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिले में चंदपा पुलिस थाना क्षेत्र के बूल गढ़ी गांव के निकट शवदाहगृह गए थे। एक अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी भी रात में शवदाहगृह में मौजूद थे। शोकाकुल परिवार के साथ घर पर मौजूद एक संबंधी ने कहा, ‘‘हमें यह समझ नहीं आ रहा, उन्हें क्या चाहिए... ये लोग कैसी राजनीति कर रहे हैं? उल्टे-सीधे बयान दे रहे हैं कि लड़की का बलात्कार नहीं हुआ... पता नहीं कि उन्हें क्या चाहिए।'' उन्होंने कहा, ‘‘ये लोग मामले को शांत करने के लिए यह सब बोल रहे हैं।' इससे पहले हाथरस पुलिस अधीक्षक विक्रम वीर ने इस संबंध में फोन पर संदेश भेजा था, ‘‘सभी कार्य परिवार की इच्छानुसार किए जा रहे हैं...।'


प्रियंका गांधी ने योगी से मांगा इस्तीफा, कहा-परिजन गिड़गिड़ाते रहे...पीड़िता के शरीर को जबरन जला दिया!


इस बीच, रात में लड़की के अंतिम संस्कार किये जाने पर विपक्षी नेताओं ने सवाल उठाया है। नेताओं का कहना है कि पुलिस का ऐसा करना संदेह के घेरे में है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई पीड़िता का पुलिस द्वारा कथित तौर पर अंतिम संस्कार किए जाने को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगा और आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार में सिर्फ अन्याय का बोलबाला है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘रात को 2.30 बजे परिजन गिड़गिड़ाते रहे लेकिन हाथरस की पीड़िता के शरीर को यूपी प्रशासन ने जबरन जला दिया। जब वह जीवित थी तब सरकार ने उसे सुरक्षा नहीं दी। जब उस पर हमला हुआ सरकार ने समय पर इलाज नहीं दिया।'' कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने दावा किया, ‘‘पीड़िता की मृत्यु के बाद सरकार ने परिजनों से बेटी के अंतिम संस्कार का अधिकार छीना और मृतका को सम्मान तक नहीं दिया। घोर अमानवीयता। आपने अपराध रोका नहीं बल्कि अपराधियों की तरह व्यवहार किया। अत्याचार रोका नहीं, एक मासूम बच्ची और उसके परिवार पर दोगुना अत्याचार किया।''


मायावती, अखिलेश ने भी की आलोचना


बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा कि यूपी पुलिस द्वारा हाथरस की गैंगरेप पीड़िता के शव को उसके परिवार को न सौंपकर उनकी मर्जी के बिना व उनकी गैर-मौजूदगी में ही कल आधी रात को अन्तिम संस्कार कर देना लोगों में काफी संदेह व आक्रोश पैदा करता है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ''हाथरस की बेटी बलात्कार-हत्याकांड' में शासन के दबाव में, परिवार की अनुमति बिना, रात्रि में पुलिस द्वारा अंतिम संस्कार करवाना, संस्कारों के विरुद्ध है। ये सबूतों को मिटाने का घोर निंदनीय कृत्य है। भाजपा सरकार ने ऐसा करके पाप भी किया है और अपराध भी ।''


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