मोदी सरकार के खिलाफ हरियाणा के किसानों का हल्ला बोल, राष्ट्रीय राजमार्ग को किया जाम


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। केंद्र की मोदी सरकार के 3 कृषि अध्यादेशों को ‘किसान विरोधी’ बताते हुए उनके विरोध में भारतीय किसान संघ और अन्य किसान संगठनों ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के पिपली में राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। भारतीय किसान संघ ने दावा किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। कुरुक्षेत्र में पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘सैकड़ों किसान पिपली चौक तक पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया।’’ 


उन्होंने कहा कि किसानों ने वहां खड़ी दमकल की गाड़ी के खिड़की के शीशे भी तोड़ दिए। अधिकारी ने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया। बाद में, प्रदर्शनकारी यातायात रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 22 पर धरने पर बैठ गए।‘किसान बचाओ, मंडी बचाओ’रैली के लिये किसानों को पिपली अनाज मंडी में पहुंचने से रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गई कड़ी व्यवस्था के बावजूद कई किसान वहां पहुंचने में कामयाब रहे। कुरुक्षेत्र शहर में दयालपुर चौराहे पर लगाए गए पुलिस अवरोधक को तोड़ते हुए ट्रैक्टर और अन्य वाहनों पर सवार लगभग सौ किसानों ने पिपली की ओर प्रस्थान किया। 


हरियाणा बीकेयू के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारुनी ने रैली को ‘‘दमनकारी सरकार’’ के खिलाफ संघ की पहली सफलता बताया। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक ‘‘किसान विरोधी’’अध्यादेश वापस नहीं लेती है, तब तक पूरे देश में रैलियां और प्रदर्शन जारी रहेंगे। चारुनी ने आरोप लगाया कि इन अध्यादेशों के माध्यम से भाजपा सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंडी प्रणाली को खत्म करने की कोशिश कर रही है और किसानों का शोषण करने के लिए ये गलत अध्यादेश ला रही है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई की भी निंदा की। 


हरियाणा बीकेयू के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारुनी ने रैली को ‘‘दमनकारी सरकार’’ के खिलाफ संघ की पहली सफलता बताया। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक ‘‘किसान विरोधी’’अध्यादेश वापस नहीं लेती है, तब तक पूरे देश में रैलियां और प्रदर्शन जारी रहेंगे। चारुनी ने आरोप लगाया कि इन अध्यादेशों के माध्यम से भाजपा सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंडी प्रणाली को खत्म करने की कोशिश कर रही है और किसानों का शोषण करने के लिए ये गलत अध्यादेश ला रही है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई की भी निंदा की। 


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