जबलपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने वृद्धाश्रम पहुँचकर अपनों द्वारा ठुकराये गये वृद्धजनों के बीच दीपावली की खुशियाँ बाँटी । श्री शर्मा कल दोपहर सपत्नीक वृद्धाश्रम पहुँचे थे। वृद्धाश्रम पहुँचते ही सबसे पहले उन्होंने वृद्धजनों से आशीर्वाद लिया और उन्हें दीपावली की बधाई दी। कलेक्टर ने वृद्धजनों से उनके हालचाल जाने तथा उनके स्वस्थ और सुदीर्घ जीवन की कामना की। इस अवसर पर श्री शर्मा एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती डॉ. अपूर्वा शर्मा ने अपने हाथों से वृद्धजनों को वस्त्र, फल और मिठाई भी प्रदान की ।
जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित वृद्धाश्रम को प्रकाश के पर्व दीपावली पर खासतौर से सजाया गया था। वृद्धजनों द्वारा जगह- जगह रंगोली डाली गई थी और प्रवेश द्वार को फूलों से सजाया गया था। त्यौहार की खुशी वृद्धजनों के चेहरे पर अलग दिखाई दे रही थी।
दीपावली पर कलेक्टर के वृद्धाश्रम आने की सूचना आश्रम के वृद्ध महिला और पुरुषों को पहले ही मिल चुकी थी। श्री शर्मा के वहाँ पहुँचते ही वृद्धजनों ने परिवार के सदस्य की तरह सबसे पहले उनका स्वागत किया। आत्मीयता भरे माहौल में हुई बातचीत में कलेक्टर ने सभी के हालचाल जाने। श्री शर्मा के सहज, सरल और अपनापन लिये लहजे से उत्साहित इन वृद्धजनों ने स्वागत गीत भी प्रस्तुत किया ।
वृद्धजनों का स्नेह पाकर भाव विभोर हुये कलेक्टर ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में बुजुर्गों को जो सम्मान और आदर दिया गया उसे सहेजकर रखने की जरूरत है। श्री शर्मा ने घर के बुजुर्गों को जीवन की सबसे बड़ी पूंजी बताते हुये कहा कि उनका साथ रहना ऊर्जा और सकारात्मकता का मजबूत आवरण हमें उपलब्ध कराता है। उन्होंने वृद्धजनों से कहा कि दीपावली पर अपने घर माता-पिता के पास नहीं जा पाये इसलिये वे उनका आशीर्वाद लेने यहॉं आये हैं।
कलेक्टर ने इस अवसर पर वृद्धजनों से वृद्धाश्रम में उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि सभी एक साथ मिलजुलकर रहें और एक दूसरे का संबल बनें, एक दूसरे को सहारा दें। श्री शर्मा ने वृद्धजनों को किसी भी तरह की कठिनाई होने पर तत्काल उसका निराकरण का भरोसा भी दिया। उन्होंने वृद्धजनों से बार-बार उनसे मिलने वृद्धाश्रम आने का वादा भी किया।
कलेक्टर ने जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव आशीष दीक्षित के साथ वृद्धाश्रम भवन का अवलोकन भी किया और आश्रम परिसर में आम का पौधा भी रोपा।
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