जनजाति गौरव दिवस" के रूप में मनाई गई शहीद बिरसा मुंडा की जयंती
बालाघाट/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। अमर शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, महामानव, जननायक वीर बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को बालाघाट जिले में भी जनजाति गौरव दिवस के रूप में बनायी गई।जिला स्तरीय कार्यक्रम शासकीय आदिवासी सीनियर उत्कृष्ट कन्या छात्रावास बालाघाट में मनाया गया।
इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश शासन के राज्यमंत्री आयुष (स्वतंत्र प्रभार) एवं जल संसाधन विभाग रामकिशोर “नानो’’ कावरे मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे। कार्यक्रम में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रमेश रंगलानी, आदिवासी महिला संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती हीरासन उईके, कलेक्टर दीपक आर्य, अपर कलेक्टर फ्रैंक नोबेल ए, आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त सुधांशु वर्मा, सहायक संचालक विनय राहंगडाले, प्रभारी एसडीएम एवं तहसीलदार रामबाबू देवांगन सहित सामाजिक बंधु उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मंत्री श्री कावरे एवं अतिथियों ने अमर शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरसा मुंडा के छाया चित्र पर माल्यार्पण किया। मंत्री श्री कावरे ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार ने अमर शहीद महामानव व जननायक बिरसा मुंडा की जन्म जयंती को जिला स्तर पर मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। वीर बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज के हित में अनेकों कार्य किए हैं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि 25 वर्ष की उम्र में देश के लिए कुर्बान हो जाना देश के लिए गौरव की बात है । हमें देश की रक्षा के लिए काम करने की आवश्यकता है और हमारी सोच भी देश हित में होनी चाहिए। हमें देश और समाज के लिए कार्य करने वाले महान पुरुषों को याद कर उनके पद चिन्हों पर चलने की आवश्यकता है । देश की आजादी के लिए लड़ने वाले महान पुरुषों को याद कर हमें देश प्रेम की भावना, राष्ट्रभक्ति का भाव देशभक्ति का भाव, राष्ट्रहित में कार्य करने का जज्बा पैदा करते हैं । राज्य मंत्री श्री कावरे ने कहा कि महापुरुष किसी एक समाज के नहीं होते वह सभी समाज के हित में देशभक्ति की भावना को लेकर राष्ट्र हित में कार्य करते हैं ।
मंत्री श्री कावरे ने छात्रावास में अमर शहीद बिरसा मुंडा की प्रतिमा लगाने की भी चर्चा की और कहा कि हम मूर्ति की स्थापना तो कर देते हैं लेकिन उन्हें हम केवल बलिदान दिवस या जन्म दिवस जैसे दिनों में ही याद करते हैं। हमें तो महापुरुष को किसी भी समय याद कर जनता की जनक्रांति के साथ दिन प्रतिदिन समय निकालकर और साफ सफाई पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन एवं जनता के सहयोग से बालाघाट में बिरसा मुंडा की मूर्ति लगाने का स्थान तय कर कार्य प्रारम्भ करेंगे । राज्य मंत्री श्री कावरे ने कहा कि हमें अभी कोराना को हराने के लिए 2 गज की दूरी बनाए रखना है, व समय-समय पर हाथ धोने की आवश्यकता है।
जन्म जयंती समारोह में उपस्थित बालाघाट नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष रमेश रंगलानी ने कहा कि बिरसा मुंडा जी एक क्रांतिकारी होने के साथ ही वह एक समाज सुधारक भी थे। जिन्होंने समाज को सुधारने के लिए और मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अनेकों कार्य किए हैं । उन्हें भगवान के रूप में भी माना गया है हम उन्हें इस अवसर पर नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। समारोह में शामिल आदिवासी समाज से श्रीमती हिरासंन उइके ने कहा देश के हित में आदिवासी भाइयों ने जो अपना खून बहाया है उसे हम व्यर्थ नहीं जाने देंगे । आज हमें इतिहास को जानने की आवश्यकता है । हमें गर्व होना चाहिए कि आज ऐसे महामानव, जननायक, वीर बिरसा मुंडा जी की जन्म जयंती मनाने का मौका मिला है ।
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