शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार की गंदगी, पूरा पैसा डकार गया पंचायत सचिव.




ग्राम पंचायत सिलुवा के ग्रामीणों ने लगाया आरोप

बरगी नगर/जबलपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायतों को शत प्रतिशत शौचालय निर्माण करवा कर ओडीएफ करने की मंशा से हितग्राहियों को टॉयलेट निर्माण करने हेतु रुपये 12000 की राशि स्वीकृत की जाती थी। जिसमें खुले में शौच को रोका जा सके। पर, ग्राम पंचायतों की खाई बाजी तथा भ्रष्टाचार चरम पर होने की वजह से इस महत्वपूर्ण योजना को ग्राम पंचायत के कर्णधार ही पलीता लगा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत सिलुवा सुकरी का संज्ञान में आया है। जहां हितग्राही ने लिखित शिकायत देकर जिला कलेक्टर, एसडीएम को दी है और शिकायत में आरोप लगाते हुए बताया है कि ग्राम पंचायत का सचिव ही शौचालय निर्माण की राशि को डकार गया है l  हितग्राही का यह भी आरोप है कि सिलवा में उनके अलावा ऐसे कई हितग्राही और हैं। जिन की शौचालय निर्माण की राशि डकारी जा चुकी है। जांच होने पर बड़ा खुलासा तथा बड़ा भ्रष्टाचार निकलेगा l अब हितग्राही दर-दर भटकने पर मजबूर हैं। ग्राम सिलवा के श्याम लाल तिवारी तथा उनके पुत्र गणेश तिवारी ने बताया कि उन्हें स्वच्छ भारत योजना के अंतर्गत टॉयलेट निर्माण के लिए रुपये 12000 की राशि जारी की गई थी। ग्राम पंचायत के सचिव रज्जू पटेल द्वारा उन्हें टॉयलेट निर्माण कराने के लिए कहां गया था कि आप टॉयलेट निर्माण करा लीजिए। आपको राशि मिल जाएगी और उन्होंने सचिव के कहने पर टॉयलेट का निर्माण भी करा लिया।  जिसमें  रुपये 18000 खर्च हुए। हितग्राही का कहना है कि उन्होंने कर्जा लेकर टॉयलेट भी बना लिया। पर ग्राम पंचायत से पैसा मांगने पर ग्राम पंचायत आज मिलेगा कल मिलेगा, बोलकर टालती रही। जब हितग्राही श्याम लाल तिवारी ने इस बात की तस्दीक शुरू की और जनपद पंचायत जबलपुर में जाकर पता किया तो उनके पैरों से जमीन खिसक गई। श्यामलाल तिवारी को पता चला कि उनके टॉयलेट के नाम के  पैसों का आहरण सचिव द्वारा कर लिया गया है और पोर्टल में उनके  नाम पर टॉयलेट निर्माण भी दिखाई दे रहा है। तब जाकर उन्होंने अधिकारियों को लिखित शिकायत देकर ठोस कार्यवाही तथा जांच करने का निवेदन किया है।

 जांच पर निकलेगा बड़ा भ्रष्टाचार, और भी हैं कई पीड़ित

ग्राम के ही प्रकाश बर्मन तथा दीना बर्मन ने भी आरोप लगाते हुए बताया है कि ऐसा ही मामला उनके साथ भी हुआ है। उन्हें भी टॉयलेट निर्माण करने हेतु रुपये 12000 की राशि  जारी की गई है। पर उक्त राशि उन्हें आज तक नहीं मिली और सचिव द्वारा शौचालय निर्माण की राशि का आहरण भी सचिव द्वारा कर लिया गया है। पोर्टल पर उनके घर में शौचालय बना हुआ दिखाई दे रहा है। जबकि उन्हें  टॉयलेट की राशि आज तक नहीं  मिली। ग्राम के हरिप्रसाद यादव, नारायण मेहरा, जय नारायण मेहरा और लटोरी लाल ने भी शौचालय के पैसे नहीं मिलने की शिकायत की है।

ग्रामीणों ने की तबादले की मांग

ग्रामीणों का आरोप है कि रज्जू लाल पटेल सचिव पद पर इसके अलावा पहले कई और अन्य ग्राम पंचायतों रीमा, तुनिया,मगरधा, पंचायत रैगा झोरी पंचायतों में रह चुका है। यहां पंचायतों में रहने के दौरान उस पर अनियमितताओं तथा भ्रष्टाचार के भारी आरोप पूर्व में भी लगते रहे हैं। राजू पटेल की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी कई बार हो चुकी है। टॉयलेट संबंधी शिकायत भी सीएम हेल्पलाइन पर लगी है। ग्राम के गणेश प्रसाद, शिवकुमार भूमिया, लटूरी लाल, जय नारायण मेहरा, श्यामलाल तिवारी, हरी प्रसाद यादव, गणेश तिवारी, नारायण मेहरा ने उक्त भ्रष्ट सचिव को जल्द से जल्द जिले के बाहर ट्रांसफर करने की मांग की है।


इनका कहना है

मेरे ऊपर लगाए गए आरोप गलत है । पेमेंट ऑनलाइन हितग्राही के खाते में ही जाता है। गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं होती।

- रज्जू पटेल, सचिव ग्राम पंचायत, सिलुवा

मुझे जानकारी मिली है। मैं उक्त मामले की जांच करवा लेती हूं।

- सुषमा सर्फरे

 स्वच्छ भारत अभियान, जनपद पंचायत, जबलपुर

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