बिहार : भुगतान 12 डिसमिल का और जमीन चाहिए 15 डिसमिल

मामला महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय की जमीन अधिग्रहण का 

रिपोर्टर मनीष कुमार 

मोतिहारी/पूर्वी चम्पारण/बिहार/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। जमीन का उचित पैसा नहीं मिलने से जमीन वाले परेशान हैं। यह मामला चंद्रहिया केंद्रीय विश्वविद्यालय भूमि देने वालों की है। जहां बताते चले कि महिला सेवा सशक्तिकरण मंच के  संस्था के कोषाध्यक्ष विभा सिंह की बनकट स्थित भूमि को प्रशासन द्वारा स्थानीय कुछ लोगों के बहकावे में आकर हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके विरोध में संस्था की महिलाओं ने केंद्रीय विश्वविद्यालय भवन के समक्ष एक दिवसीय धरना  कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें वहां  के स्थानीय मुखिया शत्रुघन कुमार दास भी मौजूद थे। कार्यक्रम के बाद महिलाओं की एक प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय विधायक मंत्री प्रमोद कुमार, जिला पदाधिकारी, सहित कई अधिकारियों को  ज्ञापन सौंपा ।

जिसमें महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना मौजे बनकट थाना नंबर 194 मैं खेसरा 803 में गायत्री देवी के नाम पर 15 डिश मिल है । जिसमें सरकार के द्वारा 12 डिसमिल जमीन का पैसा दिया जा चुका है। वहीँ गायत्री देवी ने बताया कि बाकी मेरी 3 डिसमिल जमीन  बच रही है, जिस पर मेरा मकान भी है। इस 3 डिसमिल जमीन को खाली करने के लिए प्रशासन के द्वारा दबाव डाला जा रहा है। जनहित में जिले के सम्मान के लिए हम लोग सरकार का जो  रेट लगा कर भुगतान किया गया, लेकिन क्या 12 डिसमिल का भुगतान कर 15 डिसमिल लेना जायज है। हम लोग के द्वारा नपाई भी कराई जा चुकी  है। विश्वविद्यालय एवं प्रशासन के द्वारा घर खाली करने के लिए बराबर दबाव दिया जा रहा है। विभा कुमारी ने बताया कि मेरे पिता रघुवंश सिंह एवं मां हृदय रोग से ग्रसित है। बराबर दबाव देने से दोनों की तबीयत खराब हो जा रही है । अगर इन लोगों को कुछ होता है तो इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। जब हम लोग को 12 डिसमिल दे सकते हैं तो 3 डिसमिल और देश देंगे। लेकिन 3 डिसमिल का भुगतान के बाद देंगे। अभी तक 12 डिसमिल का पेमेंट आया है। संस्था की संस्थापक अध्यक्ष प्रोफेसर बबीता श्रीवास्तव ने कहा कि यह कहीं से न्याय संगत नहीं है कि 12 डिसमिल पैसे के बदले 15 डिसमिल जमीन ले लिया जाए। सरकार एवं जिला प्रशासन को न्याय संगत कार्य करना चाहिए, जिससे सबका साथ सबका विकास सब के साथ न्याय हो सके।


Post a Comment

أحدث أقدم