घटना के समय की तस्वीर, जो सीसीटीवी में हो गई थी कैद |
हरियाणा/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। फरीदाबाद के बहुचर्चित निकिता तोमर हत्याकांड में फास्ट ट्रैक कोर्ट का फैसला शुक्रवार को आ गया है। जस्टिस सरताज बासवाना की कोर्ट ने दोनों दोषियों तौसीफ और रेहान को उम्रकैद और 20-20 हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई। बता दें कि फैसले की सबसे खास बात यह रही कि यह वारदात पिछले साल 26 अक्टूबर को हुई थी। हत्यांकांड के 151 दिन बाद 26 तारीख को ही कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया।
फांसी के लिए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाएंगे पिता
निकिता के पिता मूलचंद तोमर और मामा एदल सिंह रावत कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नजर आए। दूसरी ओर पहले से की जा रही फांसी की सजा की मांग पर जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि कोर्ट ने अपना काम कर दिया, जो भी फैसला आया है, ठीक है। हालांकि साथ ही इस मांग को लेकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तक जाने की बात भी कही है।
निकिता मर्डर केस की पूरी कहानी
निकिता तोमर बीकॉम फाइनल ईयर की छात्रा थी, पिछले साल 2020 में 26 अक्टूबर को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज में पेपर देकर लौट रही थी। इसी दौरान बीच रास्ते में तौसीफ ने उसे गाड़ी में खींचने की कोशिश की। इनकार करने पर तौसीफ ने उसे गोली मार दी। इस घटना को अंजाम उसने अपने दोस्त रेहान के साथ मिलकर दिया था।
55 गवाहों के बयान दर्ज किए गए
यह पूरी घटना कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। जिसके बाद वारदात के 5 घंटे बाद पुलिस ने तौसीफ और रेहान को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने घटना की जांच के लिए एसीपी क्राइम अनिल कुमार की अगुवाई में एसआईटी गठित कर की थी। इस मामले में करीब 55 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं।
पॉलिटिक्स परिवार से है आरोपी..
तौसीफ का परिवार पॉलिटिकली स्ट्रॉन्ग है। दादा कबीर अहमद पूर्व विधायक जबकि चचेरे भाई आफताब आलम मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक हैं। इतना ही नहीं, आफताब के पिता खुर्शीद अहमद हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। चाचा जावेद अहमद बसपा से जुड़े हैं।
निकिता को मुस्लिम बनाना चाहता था आरोपी
तौसीफ 12वीं तक निकिता के साथ ही पढ़ा था। वो निकिता पर दोस्ती और धर्म बदलने के लिए दबाव बनाता था। कहता था, मुस्लिम बन जाओ, हम शादी कर लेंगे। 2018 में वो एक बार निकिता को किडनैप कर चुका है। 3 अगस्त 2018 को तौसीफ ने 3-4 सहेलियों के साथ निकिता को जबरदस्ती कार में बैठाया था। कुछ दूरी पर सहेलियों को उतारकर निकिता को किडनैप कर ले गया था। सहेलियों और परिजनो ने पुलिस को निकिता के अपहरण की जानकारी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने 2 घंटे में उसे बरामद कर लिया था।
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