यूपी के कुंडरा गांव में पुरुष नहीं खेल सकते होली !


नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। होली का पर्व हिंदू समाज का बड़े त्योहारों में से एक है। इस दिन हर कोई अपनी दुश्मिन भी भूलाकर एक दूसरे को गले लगाकर रंग लगाता है। बच्चों से लेकर पुरूष और महिलाओं तक हर कोई इस दिन होली के रंग में रंगा रहता है लेकिन आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर पुरुषों को होली खेलने का अधिकार नहीं है। 

उत्तर प्रदेश के कुंडरा गांव में होली के दिन सभी पुरुष खेतों में काम करने चले जाते हैं ताकि महिलाएं आराम से होली खेले। इस गांव में पुरुषों के साथ ही बच्चों और लड़कियों को भी होली खेलेने का इजाजत नहीं है। इस दिन अगर कोई पुरूष उन लोगों को सड़क पर मिल जाता है तो उसका बुरा हाल कर दिया जाता है।

वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार कुंडौरा में होली वाले दिन यहां के पुरुष अपने घर पर में बंद रहते हैं या फिर खेतों में काम करने चले जाते हैं। जिसके बाद महिलाएं टोली बनाकर होली खेलने निकल जाती है। सबसे पहले महिलाएं गांव के रामजानकी मंदिर में पूजा करती हैं और फाग गाने पर धूमधाम से डांस करते हुए होली खेलती हैं। उसके बाद वो सड़क पर आती हैं और अगर कोई भी पुरुष उन्हें मिलता है तो वो उनकी डंडे से धुनाई कर देती है।

इस बारे में बात करते हुए कुंडौरा के ग्राम प्रधान का कहना है कि हर साल यहां पर सिर्फ महिलाएं होली खलती है। जब महिलाओं की टोली गाने, ढोल के साथ गलि से गुजरती हैं तो वहां पर दूसरी महिलाएं भी उनका खुले दिल से स्वागत करती हैं।



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