जबलपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। निकुंज उपाध्याय, स्नेहा बाजपेई, अंकिता शर्मा, रागनी पटेल, वैष्णवी चौरसिया, के द्वारा भगवान परशुराम की महाआरती ग्वारीघाट में की गई। इस अवसर पर सभी सदस्यों ने पूजा करते हुए कहा ममता मयी मां जीवन की उपहार अद्भुत ईश्वर की शक्ति है। ममता दुलार प्यार मां की शक्ति है। मां ही प्रथम गुरु है, मां को संसार की सर्वोत्तम उत्कृष्ट स्थान ईश्वर से भी बड़ा माना गया है। माता पिता के चरणों में ईश्वर का वास है। पंडित अमित खंपरिया ने कहा ममदेव समदर्शी ईश्वर समतुल्य ममता कृष्ण राम ने भी अनुभव किया। भारत भूमि मां शब्द के लिए एवं संस्कृति के लिए उत्पत्ति की आधारशिला हैं। इस अवसर पर डॉ. अरुण मिश्रा, धनंजय बाजपेई, यदुवंश मिश्रा, काशी प्रसाद तिवारी, दीपका तिवारी, पुष्पा तिवारी, सुधाकर मिश्र, राघवेंद्र तिवारी, मधुबाला दुबे, अभिलाषा पांडे, मिथिलेश तिवारी, सुनीता पांडे, अखिल मिश्रा, सुलोचना पांडे, जागृति मिश्रा, बनिता मालवीय, योगेंद्र मालवीय, धनेश्वर पांडे, मुन्ना लाल दुबे आदि उपस्थित थे ।
पांच कन्याओं ने की प्रभु श्री परशुराम की महाआरती
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