बिहार : रमजान के महीने में घर में रह कर ही इबादत कीजिये : हाफिज जैनुद्दीन खान

कोविड-19 के नियमों का भी पालन करने की अपील 


रिपोर्टर मनीष कुमार 

मोतिहारी/पूर्वी चम्पारण/बिहार/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। पूरे हिंदुस्तान में माहे रमजान शुरू हो रहा है। ये महीना इस्लामिक महीनों  में सबसे पाक महीना कहा जाता है और इसी महीने में 1400 साल पहले क़ुरआन ए करीम नाजिल हुआ..। बलुआ मस्जिद के पूर्व इमाम हाफिज मौलाना मोहम्मद जैनुद्दीन खान ने माहे रमजान महीने पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये महीने में नेकियों का अज्र बहुत ही ज्यादा बढ़ जाता है लिहाज़ा कोशिश कर के ज्‍़यादा से ज्‍़यादा नेकियां इस महीने में जमा कर लेनी चाहिये। रमज़ान के महीने में एक दिन का रोज़ा रखना एक हज़ार दिन के रोज़ों से अफ़्ज़ल माना जाता है और रमज़ान के महीने में एक मरतबा तस्बीह़ पढ़ना इस माह के इ़लावा एक हज़ार मरतबा तस्बीह़ पढ़ने के बराबर है  और रमज़ान के महीने में एक रक्अ़त पढ़ना गै़रे रमज़ान की एक हज़ार रक्अ़तों से अफ़्ज़ल होता है। श्री खान ने मुस्लिम समुदाय से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर सभी लोग जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के प्रोटोकॉल के नियमों को अवश्य पालन करे। आप सभी इस मुबारक महीने में ये दुआ फरमाये की कोविड जैसे आपदा से निजात मिले। सभी मुस्लिम समाज घर में रह कर ही इबादत कीजिये।  


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