नेशनल मेडिकल कमीशन का सभी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश
नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में ऑक्सीजन के लिए दर-बदर भटक रहे मरीजों को देखते हुए नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने एक बड़ा फैसला लिया है। एनएमसी ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए पूरे देश में युद्ध लेवल पर काम किया जा रहा है। ऐसे में हमने सभी मेडिकल कॉलेजों को आदेश दिया है कि वो अगले 6 महीने के अंदर अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगा लें।
इन कॉलेजों के लिए है प्लांट अनिवार्य
नेशनल मेडिकल कमीशन के निर्देशानुसार जो भी कॉलेज एमबीबीएस की पढ़ाई करवा रहे हैं उन सभी मेडिकल कॉलेज में बने अस्पतालों मे ऑक्सीजन प्लांट लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही एनएमसी ने आगे कहा कि सभी कॉलेज अपने अस्पतालों के लिए पीएसए या वीएसए ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना करें। ये दो तरह के प्लांट है जो ऑक्सीजन पैदा करते हैं। इतना ही नहीं सभी मेडिकल अस्पतालों को ऑक्सीजन के तरल को इकट्ठा करने के लिए ऑक्सीजन टैंक भी रखना होगा। अगर अस्पतालों के पास अभी तक टैंकर नहीं है तो उसे जल्द मंगवा लें।
हर बेड़ पर हो ऑक्सीजन
एनएमसी ने ये भी साफ कर दिया है कि सभी मेडिकल कॉलेजों को ये भी ध्यान रखना होगा कि अस्पताल में मौजूद सभी बेड पर ऑक्सीजन पहुंचे यानी कि हर बेड ऑक्सीजन पाइप से जुड़ा होना चाहिए। जिससे कभी भी जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन मरीजों को मिल सकें। आपको बता दें के सरकार ने ये आदेश देशभर में 542 मेडिकल कॉलेजों को दिए हैं जो एमबीबीएस की पढ़ाई करवा रहे हैं।
एनएमसी ने इसलिए लिया ये फैसला
आपको बता दें कि इस वक्त हमारा देश कोरोना की दूसरी लहर से जंग लड़ रहा है। ऐसे में अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से हो रही मौत को रोकने के लिए और चिकित्सकीय ढांचे को मजबूत करने के लिए एनएमसी ने ये फैसला लिया है। अगर सभी मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन की व्यवस्था होगी तो इससे संभव है कि हमारा मेडिकल सिस्टम मजबूत होगा।
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