जबलपुर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। पत्रकार नीतेश शर्मा ने आरोप लगाया कि अपनी मां को शारदा चौक स्थित स्मार्ट सिटी अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उनकी मौत हो गई।
मर्ज समझने में नाकाम रहे डॉक्टर
नीतेश का कहना है कि मां को कोरोना होने के बाद भी डॉक्टर मर्ज को समझ ही नहीं पा रहे थे और उनका उचित इलाज भी नहीं किया जा रहा था। अंत में डॉक्टर ने उन्हें नींद की गोली दी, जिसके बाद से उन्होंने हमेशा के लिए आंखें बंद कर ली।
इस संदर्भ में जब नीतेश द्वारा कलेक्टर को फोन लगाकर सूचित करना चाहा लेकिन कलेक्टर का फोन ही रिसीव नहीं हुआ। वहीँ मुख्यमंत्री द्वारा पत्रकार एवं पत्रकारों के परिवार को लेकर उचित इलाज का आश्वासन दिया गया है। जिसको लेकर नितेश ने जनसंपर्क विभाग जबलपुर के अधिकारी आनंद जैन से संपर्क साधा- लेकिन उन्होंने ऐसा कोई आदेश ना होना बताकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया।
नीतीश शर्मा ने की उचित कार्यवाही की मांग
मैं अपनी मां को तो नहीं बचा सका किंतु अन्य की मां को इस प्रकार तड़पता हुआ नहीं देख सकता हूं अतः शासन प्रशासन से निवेदन है कि जल्द से जल्द सभी मरीजों को उचित अस्पताल में स्थानांतरित करके उनकी देखभाल की जाए एवं प्रशासन स्मार्ट सिटी अस्पताल पर डॉक्टरों द्वारा बरती गई जो लापरवाही पर कार्यवाही की जाए।
पत्रकार संगठन सक्रिय
मुख्यमंत्री द्वारा उचित इलाज की घोषणा होने के बाद भी प्रशासन के द्वारा पत्रकारों के परिवार को उचित इलाज मुहैया नहीं कराया जाता है तो पत्रकार संगठन एक रूपरेखा तैयार कर रहा है कि जिससे भविष्य में किसी भी मरीज के साथ ऐसा रवैया ना अपनाया जाये।
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