टूलकिट मामला : कोरोना से ध्यान हटाने के लिए बनाया टूलकिट - सीएम भूपेश बघेल



नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कथित 'कोविड टूलकिट' मामले की जांच के संबंध में ट्विटर इंडिया को नोटिस भेजा। इतना ही नहीं टीम ट्विटर के दिल्ली और गुड़गांव स्थित दफ्तर पर भी छापा मारने पहुंच गई। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है।

CM बघेल का बड़ा आरोप
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना से ध्यान हटाने के लिए टूलकिट का आविष्कार हुआ है। उन्होंने कहा, 'ट्विटर को धमकाने के लिए केंद्र सरकार ने पुलिस को उसके कार्यालय भेज दिया। इसी से साफ होता है कि केंद्र सरकार में बैठे लोग किस स्तर पर जा रहे हैं। देश में कोरोना से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए टूलकिट ईजाद किया गया है।'

ट्विटर को धमका रही है केंद्र सरकार- कांग्रेस
कांग्रेस ने कथित 'कोविड टूलकिट' मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर के कार्यालय पर छापा मारे जाने को ट्विटर को धमकाने की कोशिश करार देते हुए कहा कि सोशल मीडिया की आवाज दबाने का प्रयास सफल नहीं होगा। कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी दावा किया कि भाजपा नेताओं के 'फर्जीवाड़े' का खुलासा होने के बाद सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी दिल्ली पुलिस के पीछे पर खड़े हो गए हैं।

BJP और केंद्र ने पीटा फर्जी टूलकिट का ढोल
उन्होंने एक बयान में कहा, 'फर्जीवाड़े और फर्जी कागजों के जरिए देश को भ्रमित करने की भाजपा की साजिश की परतें रोजाना खुलती जा रही हैं।' सुरजेवाला के अनुसार, 'भाजपा नेताओं और केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने फर्जी टूलकिट का ढोल पीटा। इसके बाद पुलिस में मामला दर्ज कराया गया और स्वतंत्र मीडिया संस्थान की पड़ताल में इस टूलकिट को फर्जी करार दिया गया और ट्विटर ने भाजपा के इस दावे को 'मैनिपुलेटेड मीडिया' (छेड़छाड़ किया हुआ) करार दिया। इससे सरकार छटपटा गई।'

दिल्ली पुलिस के पीछे खड़ी हो गई BJP
उन्होंने दावा किया, 'अब सरकार ट्विटर के गुरुग्राम और दिल्ली स्थित दफ्तरों में छापा मरवाकर ट्विटर एवं सोशल मीडिया के दूसरे मंचों को डराने का प्रयास कर रही है। जब भाजपा के लोग फर्जीवाड़ा कर रहे थे तो सरकार उनके संरक्षण में क्यों खड़ी है?' कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'जब मंत्रियों की पोल खुलती नजर आई तो पूरी सरकार और भाजपा दिल्ली पुलिस के पीछे खड़ी हो गई। भाजपा और सरकार जान लें कि वह देश के लोगों की जुबान पर ताला लगाने की कोशिश में कभी कामयाब नहीं होगी।

ट्विटर पर दिल्ली पुलिस का बड़ा एक्शन
टूलकिट मामले पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ट्विटर को ना सिर्फ नोटिस भेजा है, बल्कि स्पेशल सेल ने दिल्ली में उसके ऑफिस में तलाशी भी शुरू कर दी है। सोमवार को ही पुलिस ने जांच में सहयोग करने और सबूत पेश करने के लिए ट्विटर को नोटिस भेजा था। दिल्ली पुलिस ने टूलकिट मामले में ट्विटर पर शेयर किए गए कई पोस्ट को मैनिपुलेटेड-मीडिया बताने पर नोटिस भेजा है। स्पेशल सेल ने ट्विटर को इस मामले में और जानकारियां और सबूत देने को कहा है। बता दें कि टूलकिट मामले को लेकर देश की सियासत भी गर्म है। 

टूलकिट मामले को लेकर मांगी कई अहम जानकारी
दिल्ली पुलिस ने टूलकिट मामले की तफ्तीश को लेकर ट्विटर से कई अहम जानकारी मांगी हैं। स्पेशल सेल ने सवाल किया है कि टूलकिट मामले को लेकर किए गए कई पोस्ट में 'मैनिपुलेटेड मीडिया' लिखने का बाबत आपके पास क्या जानकारी और सबूत हैं, कृपया इन्हें हमारे साथ शेयर करें। इस मामले में फिलहाल कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है, लेकिन पुलिस ने शुरुआती जांच में सबूत जुटाने शुरू कर दिए हैं।


ट्विटर ने कहा था 'मैनिपुलेटेड मीडिया'
बता दें कि टूलकिट मामले को लेकर भाजपा के कई नेताओं ने ट्विटर पर अपने पोस्ट शेयर किए थे। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर कई आरोप लगाए थे। इसके बाद कांग्रेस ने पलटवार किया और आरोपों को नाकार दिया। इस बीच ट्विटर ने भाजपा नेताओं के कई पोस्ट के नीचे 'मैनिपुलेटेड मीडिया' लिखा था। इसके बाद सियासत और गर्म हो गई। केंद्र की मोदी सरकार ने भी 'मैनिपुलेटेड मीडिया' लिखने पर सवाल उठाए और इसे हटाने का निर्देश दिया, लेकिन ट्विटर ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। इसके बाद दिल्ली पुलिस इस मामले में सक्रिय हो गई। कांग्रेस ने टूलकिट मामले में संबित पात्रा समेत कई भाजपा नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

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