कोरोना जांच सर्वेक्षण में यह अहम खुलासा
पटना/बिहार/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। कोरोना की दूसरी लहर राजधानी पटना पर बनकर टूटी है। पटना में जांच कराने वाले हर पांच में एक व्यक्ति संक्रमित मिल रहा है। यह संक्रमण लोगों की लापरवाही के कारण हुआ है। खासकर अप्रैल में संक्रमण की रफ्तार काफी तेज रही, जो अभी भी जारी है।
कोरोना के नोडल अधिकारी के मुताबिक पटना के सभी जांच केंद्रों के अलावा पीएमसीएच, एनएमसीएच, पटना एम्स एवं प्राइवेट लैब में औसतन 15 हजार लोगों की जांच की जा रही है। इसमें हर पांचवां व्यक्ति संक्रमित पाया जा रहा है। हाल यह है कि पिछले 48 घंटे में 313 लोगों की मौत हो गई। इनमें 82 की मौत पटना में, जबकि 231 लोगों की मौत अन्य जिलों में हो गई मगध, भोजपुर और सारण में 97 लोगों को कोरोना ने लील लिया।
बेगूसराय, रोहतास और नालंदा में 12-12, गया और सीवान में दस-दस, गोपालगंज में नौ के अलावा औरंगाबाद और कैमूर में सात-सात लोगों की मौत हो गई। जबकि सारण और बक्सर में छह-छह, वैशाली में पांच, जहानाबाद में तीन और अरवल और भोजपुर में एक-एक को कोरोना ने लील लिया। वहीं, नालंदा के तीन और वैशाली के एक की पटना में मौत हो गई।
इसी तहर उत्तर बिहार में सबसे अधिक 36 लोगों की मौत मुजफ्फरपुर जिले में हुई है। केवल एसकेएमसीएच में 18 लोगों की जान कोरोना से चली गई। जबकि बेतिया मेडिकल कॉलेज में 14 और दरभंगा मेडिकल कॉलेज में 12 लेागों की मौत हो गई। वहीं, कोसी, सीमांचल और पूर्व बिहार में 56 की मौत हो गई। उधर, भागलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले 48 घंटे में इलाज के दौरान 17 लोगों की जान चली गई।
इनमें भागलपुर के 10, बांका के तीन, मुंगेर के दो, खगडिया व किशनगंज के एक-एक व्यक्ति थे। पिछले दो दिनों में लखीसराय में 11, सुपौल में चार, जमुई में चार, अररिया में दो, पूर्णिया में दो, मुंगेर में तीन, खगडिया में चार और सहरसा में एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, कटिहार में छह लोगों की कोरोना से मौत होने की सूचना है।
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