भोपाल/अक्षरसत्ता/ऑनलाइन। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक महिला ने अपने प्रेमी देवर के साथ मिलकर कथित रूप से पांच साल पहले अपने पति की हत्या कर दी और शव को अपने घर के सेप्टिक टैंक में दफन कर दिया।
इस घटना का खुलासा कल शनिवार को तब हुआ, जब इस 40 वर्षीय महिला ने अपने इस 30 वर्षीय प्रेमी देवर की भी कथित रूप से अपने किरायेदार एवं अपने दो नाबालिग बच्चों के साथ मिलकर दो दिन पहले हत्या कर दी और इसके जुर्म में यह महिला गिरफ्तार हुई और उसके पति के बारे में पुलिस द्वारा सख्ती से पूछे जाने पर उसने पांच साल पहले हुई इस घटना के बारे में बताया।
इसके बाद शनिवार को इस सेप्टिक टैंक की खुदाई कराई गई और लगभग चार फीट नीचे उसके पति का नर कंकाल प्राप्त हुआ। यह घटना शहर के कोलार थाना क्षेत्र में हुई।
भोपाल दक्षिण के पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा थोटा ने रविवार को यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘कोलार पुलिस टीम द्वारा 24 घंटे के अंदर अंदर कत्ल की गुत्थी को सुलाझाया गया और कड़ी से कड़ी जोड़ कर पांच साल पुराने कत्ल के दफन राज को उजागर किया गया।’’
उन्होंने कहा कि 29 मई को सूचना मिली थी कि शहर के दामखेड़ा ए सेक्टर के पास नदी किनारे एक शव क्षत विक्षत अवस्था में पड़ा है, जिसे जानवर खा रहे हैं। इस शव की पहचान दामखेड़ा ए सेक्टर के निवासी मोहन मीना (30) के रूप में की गई।
थोटा ने बताया कि पोस्टमॉर्टम से मोहन की हत्या की बात सामने आयी।
उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया कि मोहन मीना की उसकी भाभी उर्मिला, उसके नाबालिग पुत्र-पुत्री एवं उसके किरायेदार राजेश बिसोरिया (28) ने हथौड़ी, डंडा तथा लोहे के पाइप से मार कर 28-29 मई की दरमियानी रात को हत्या कर दी। बाद में शव को एक्टिवा वाहन से फेंक दिया गया।
थोटा ने बताया कि बाद में हत्या में प्रयुक्त हथियार एवं वाहन बरामद किया गया। पुलिस के अनुसार उर्मिला ने कथित रूप से बताया कि उसका देवर शराब के लिए उससे पैसे मांगता था और उसके बच्चों को परेशान करता था, इसलिए उसने उसे मार डाला।
थोटा ने कहा कि पूछताछ के दौरान उर्मिला मीना के पति के संबंध में चारों आरोपियों से संतोषजनक जवाब नहीं दिए। मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर उर्मिला ने बताया कि उसके देवर मोहन मीना की पत्नी 8-9 साल पहले उसे छोड़ कर मायके रहने लगी और उसी बीच उसका मोहन से अवैध संबंध हो गया था। उर्मिला के अनुसार इस बात की जानकारी उसके पति रंजीत को हो गयी थी, जिस कारण उसका पति से झगड़ा होता था और वह उसे बच्चों के सामने बेइज्जत करता था।
थोटा ने बताया कि उर्मिला के अनुसार वह मोहन के साथ पति-पत्नी जैसा रहना चाहती थी। इसलिए उसने और मोहन ने रंजीत को रास्ते से हटाने की योजना बनाई । फिर उर्मिला ने अपने प्रेमी देवर मोहन के साथ मिल कर लगभग पांच वर्ष पहले अपने 10 वर्षीय बालक एवं 11 वर्षीय बालिका के सामने पति रंजीत की गला दबाकर एवं सिर पर हथौड़ी से मार कर हत्या कर दी एवं शव को सेप्टिक टैंक के गड्ढे में गाड़ दिया और दोनो बच्चों को धमकी दी कि यदि इस घटना के संबंध में किसी को बताया तो दोनों बच्चों को भी जान से मार देंगे।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि बाद में उर्मिला के द्वारा बताये गये स्थान पर खुदाई कराई गई तो लगभग चार फीट नीचे एक नर कंकाल प्राप्त हुआ जिससे आरोपी के अपराध स्वीकार की पुष्टि हुई ।
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