सागर/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। सागर में कोरोना कर्फ्यू के दौरान सब्जी खरीदने बाजार आयी एक महिला के मास्क नहीं पहनने पर कथित रूप से कुछ पुलिस कर्मियों ने सड़क पर उसकी पिटाई कर दी और बाल पकड़कर घसीटा। यह घटना जिले के रहली कस्बे में सोमवार को हुई। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सागर पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने एक महिला आरक्षक सहित दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
सागर जिले के रहली कस्बे में सोमवार को महिला की हुई पिटाई एवं बाल पकड़कर खींचने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर डाले जाने के बाद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस महिला ने कथित रूप से पहले एक महिला पुलिसकर्मी पर हमला किया था।
पुलिस ने इस महिला एवं उसकी बेटी को मास्क नहीं पहने होने के कारण सोमवार पूर्वाह्न करीब करीब 11 बजे बाजार में रोका था एवं खुली जेल में भेजने के लिए उसे पुलिस जीप में बिठाने का प्रयास किया था। इस दौरान इस महिला ने विरोध किया और कथित रूप से वहां मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी के चेहरे पर चोट आ गई थी।
वीडियो में एक महिला पुलिसकर्मी सहित कुछ पुलिसकर्मी एक महिला को उसके बालों से पकड़ कर घसीट कर पुलिस वाहन में बैठाने की कोशिश करते हुए, धक्का देते हुए एवं मारपीट करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि यह महिला इसका विरोध कर रही है।
इस सिलसिले में रहली के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) कमल सिंह ने बताया, ‘‘यह वीडियो अधूरा है। वीडियो में दिखाई घटना के पहले महिला और उसकी बेटी ने पुलिस के साथ मारपीट की थी, जिसमें महिला पुलिसकर्मी के चेहरे पर नाखून लगने से खून भी आया।’’
सिंह ने कहा कि इस महिला के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है।
बृहस्पतिवार शाम को सागर पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने आदेश जारी कर पुलिस थाना रहली के सहायक उपनिरीक्षक एल एन तिवारी एवं महिला आरक्षक अर्चना डिम्हा को शासकीय कर्तत्य के दौरान अकुशल व्यावसायिक दक्षता का प्रदर्शन कर पुलिस की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव डालने हेतु तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
आदेश में कहा गया है कि महिला का पिटाई करने और बाल पकड़कर घसीटने का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें महिला आरक्षक अर्चना डिम्हा शासकीय कर्तव्य के दौरान इस महिला को पुलिस अभिरक्षा में लेने हेतु बल प्रदर्शित होना दिख रहा है और विधिक प्रक्रिया की सीमा का उल्लंघन सामने आया है। साथ ही मौके पर उपस्थित सहायक उपनिरीक्षक एल एन तिवारी द्वारा स्थिति को नियंत्रण में रखने एवं संपूर्ण घटना के वीडियो साक्ष्य संकलित करने में लापरवाही प्रदर्शित हुई है। उपरोक्त प्रचारित वीडियो से संपूर्ण पुलिस विभाग की एकपक्षीय एवं नकारात्मक छवि प्रदर्शित हुई है।
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