पटना/बिहार/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन। बिहार के गोपालगंज जिले के अम्बेडकर चौक पर किन्नरों ने लॉकडाउन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किन्नरों ने डीजे और गाना नहीं बजाने दिए जाने के विरोध में यह प्रदर्शन किया। लॉकडाउन के कारण शादी समारोह में नाचने-गाने के लिए की गई बुकिंग को रद्द किए जाने से रोजी-रोजगार पर आए संकट से आक्रोशित किन्नर आज गोपालगंज की सडकों पर उतरकर जमकर बवाल काटा।
किन्नरों के द्वारा वाहनों को रोककर उसका शीशा तोडा जाने लगा। इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस से भी वह उलझ गए। हंगामे की सूचना पर पहुंची जिला प्रशासन की टीम पर भी किन्नरों ने हमला बोल दिया। मौके पर मौजदू स्थानीय लोगों ने बताया कि किन्नरों के उग्र रूप को देखकर अधिकारी जान बचाकर भाग खड़े हुए।
बताया जा रहा है कि शादी के सीजन कम होने और लॉकडाउन लगने की वजह से किन्नर नाराज हैं। इससे पहले, शादी-विवाह में डीजे और ऑर्केस्ट्रा पर रोक से गुस्साये किन्नरों ने शनिवार को बरौली में हंगामा, प्रदर्शन किया था। किन्नर थाना चौक पर जमा हो गये और सडक पर हंगामा करना शुरू कर दिया।
बरौली के अलावा माधोपुर, महम्मदपुर, सीवान आदि जगहों से भी किन्नर पहुंचे थे. ये किन्नर हाइस्कूल से लेकर थाना तक प्रदर्शन करते रहे और प्रशासन से शादी-विवाह में डीजे व ऑर्केस्ट्रा बजाने और नाचने की अनुमति देने की मांग करते रहे. जंगलिया मोड़ पर कुछ देर तक उत्पात मचाने के बाद कुछ किन्नर जिला प्रशासन के सामने अपनी बात रखने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच गए।
वहीं पोस्ट ऑफिस चौक पर मौजूद किन्नरों का उत्पात जारी रहा, जिसे देखकर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर पोस्टऑफिस चौक पर बवाल काट रहे किन्नरों को भगा दिया। इसी बीच कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे एसडीओ उपेंद्र पाल तथा एसडीपीओ नरेश पासवान ने किन्नारों को समझाकर शांत कराया।
किन्नर शादी के मौके पर उन्हें नाचने-गाने की अनुमति देने की मांग कर रहे थे। एसडीओ व एसडीपीओ ने उनकी मांगों को वरीय पदाधिकारियों के सामने रखने का आश्वासन दिया।
आक्रोशित किन्नरों का कहना है कि शादियां हो रही हैं। शादी में बाकी सब हो रहा है, केवल नाच-गाना पर सरकार ने पाबंदी लगाई गई है। हम किन्नर महीनों से लग्न का इंतजार करते हैं ताकि दो रुपये कमा कर अपना पेट पाल सकें. पिछले वर्ष भी ऐसा ही हुआ। उन्हें शादियों में नाचने का मौका नहीं मिला।
विरोध कर रहे एक किन्नर ने कहा कि पिछले वर्ष तो जैसे-तैसे झेल गये। लेकिन इस वर्ष भी कोरोना संक्रमण आ गया और उनकी रोजी-रोटी बंद हो गई। अब वे भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं।
किन्नरों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि उन्हें शादियों में नाचने की अनुमति दी जाय। शादी विवाह के मौके पर लोगों ने नाचने-गाने की बुकिंग थी। इसी बीच कोरोना संक्रमण का मामला तेजी से बढ़ने लगा तो सरकार ने प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया। शादी-विवाह को भी लेकर सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दी। गाइडलाइन जारी होने के बाद जिन लोगों ने नाच-गाने की बुकिंग कराई थी। उन्होंने उसे रद्द कर दिया। अब वे क्या खायेंगे? ऐसे में सरकार उन्हें नाचने-गाने की छूट दे।
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